Women empowerment is possible only through education | शिक्षा के जरिए ही महिला सशक्तीकरण संभव

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रोहतक6 घंटे पहले

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गांधी स्कूल में हुई कार्यशाला में प्रो. पुष्पा दहिया व अन्य।

सभ्य समाज के विकास के लिए लैंगिक समानता होना जरूरी है। लैंगिक समानता के लिए महिलाओं को समान अवसर देने होंगे। यह बात एमडीयू महिला अध्ययन केंद्र की निदेशिका प्रो. पुष्पा दहिया ने कही। गांधी स्कूल में लैंगिक संवेदीकरण विषय पर अयोजित कार्यशाला में एमडीयू महिला अध्ययन केंद्र की निदेशिका प्रो. पुष्पा दहिया ने कहा कि लैंगिक संवेदीकरण के लिए अनूकूल माहौल बनाने की जरूरत है।

शिक्षा के जरिए ही महिला सशक्तिकरण संभव है। एमडीयू से सेवानिवृत प्राध्यापिका डाॅ. नीरजा अहलावत ने कहा कि सामाजिक समरसता व लैंगिक समता समाज के लिए बेहद जरूरी है। बॉटनी विभाग की प्राध्यापिका डाॅ. आशा शर्मा व माइक्रोबायोलोजी विभाग की प्राध्यापिका डाॅ. पूजा सुनेजा मदान ने भी विचार रखे। संचालन शोधार्थी अस्मिता ने किया। कार्यक्रम समन्वयन नरेश कुमार ने किया।

23 तरह की ऑनलाइन प्रतियोगिता के लिए 10 नवंबर तक करें आवेदन

हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की ओर से करवाई जा रही बाल दिवस समारोह की ऑनलाइन प्रतियोगिताओं में बच्चों को भाग लेने के लिए प्रतिभागी आगामी 10 नवम्बर तक अपना पंजीकरण पर करवा सकते है और विभिन्न प्रतियोगिताओं की वीडियो व फोटो अपलोड कर सकते है। डीसी कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि बाल महोत्सव 2020 का आयोजन जिला स्तर व खंड स्तर पर भी करवाया जा रहा है।

इस प्रतियोगिता में सोलो डांस क्लासीकल-फिल्मी-फॉक, ग्रुप डांस, क्लासीकल-फिल्मी-फॉक, फैंसी ड्रेस, बेस्ट ड्रामेबाज, क्ले मॉडलिंग, कार्ड मेकिंग, दिया/केण्डल डेकोरेशन, स्कैचिंग, पोस्टर मेकिंग, पेट्रियोटिक ग्रुप सोंग, डेक्लेरेशन कान्टेस्ट, सोलो सोंग, पेट्रियोटिक सोलो सोंग, क्लश डेकोरेशन, पेंगोलिन, फेस पैटिंग, फोटोग्राफी, बेबी शो 6 महीने से 3 वर्ष तक भाग ले सकते हैं।

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