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धर्मशाला17 दिन पहले
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तिब्बतियों के सर्वोच्च आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने कहा कि परमाणु-मुक्त दुनिया सभी के हित में है। वास्तविकता ये है कि आज हमें संघर्षों को सुलझाने के लिए आपसी समझ और संवाद पर भरोसा करने की जरूरत है।
- आईसीएएन दवारा परमाणु हथियारों पर प्रतिबंध की संधि अगले वर्ष होगी लागू
(प्रेम सूद). परमाणु हथियारों को खत्म करने के अंतरराष्ट्रीय अभियान (आईसीएएन) की घोषणा हुई है। इसमें 50 देशों ने परमाणु हथियार निषेध कानून पर संधि करने की पुष्टि की है। यह कानून अगले वर्ष जनवरी में लागू किया जाएगा। इस पर तिब्बतियों के सर्वोच्च आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने कहा कि परमाणु-मुक्त दुनिया सभी के हित में है। वास्तविकता ये है कि आज हमें संघर्षों को सुलझाने के लिए आपसी समझ और संवाद पर भरोसा करने की जरूरत है।
दलाई लामा ने कहा कि सभी परमाणु हथियारों के उन्मूलन के प्रचारक के रूप में, मैं इस तथ्य का स्वागत करता हूं कि परमाणु हथियारों के निषेध पर संधि अब पचास देशों द्वारा पुष्टि की गई है और अगले साल जनवरी से लागू होगी। यह वास्तव में ऐतिहासिक है और मानवता के भविष्य के लिए अच्छा है। यह संघर्षों को हल करने के लिए अधिक प्रबुद्ध और सभ्य व्यवस्था खोजने के लिए सही दिशा में एक कदम है। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि इस संधि के लागू होने से इन भयानक हथियारों को दूर करने और हमारी दुनिया में वास्तविक और स्थायी शांति को सुरक्षित रखने के लिए और भी अधिक ठोस प्रयासों में योगदान मिलेगा।
यह मेरा विश्वास है कि हमारी पीढ़ी मानव इतिहास में एक नए युग की दहलीज पर पहुंची है। क्योंकि हम सभी अन्योन्याश्रित हैं, इसलिए हमारे विशाल और विविध मानव परिवार को शांति के साथ रहना सीखना चाहिए। मैं संयुक्त राष्ट्र और संबंधित सदस्य राज्यों की सराहना करता हूं जिन्होंने इस संधि को संभव बनाया है। यह सार्वभौमिक जिम्मेदारी का कार्य है जो मानवता की मौलिक एकता को पहचानता है। दुनिया ने अब अधिक शांतिपूर्ण भविष्य की दिशा में पहला सकारात्मक कदम उठाया है, लेकिन हमारा अंतिम लक्ष्य पूरे ग्रह का विमुद्रीकरण होना चाहिए।
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