[ad_1]
शिमला3 दिन पहले
- कॉपी लिंक
- नए निगम बनने से 1,29178 लाेग गांव से निकल कर शहराें में हुए मर्ज
प्रदेश के तीन नए नगर निगमाें में वार्डाें की संख्या तय हाे गई है। शहरी विकास विभाग ने इस संबंध में वार्डाें का प्रारूप तैयार कर आगामी कार्यवाही के लिए राज्य चुनाव आयाेग काे भेज दिया है। जिला प्रशासन ने वार्डाें काे लेकर पांच नवंबर तक आपत्तियां मांगी हैं।
माना जा रहा है कि जाे प्रारूप वार्डाें का बन चुका है, लगभग वही प्रारूप अागे भी रहने वाला है। नगर निगम साेलन में सबसे ज्यादा 17 वार्ड बनाए गए हैं। वहीं मंडी और पालमपुर में 15-15 वार्ड बनाए गए है। एक लाख 29 हजार 178 लाेग हुए शहरी: इन तीन नए नगर निगम के बनने से एक लाख 29 हजार 178 लाेग गांव से निकल कर शहरी हाे गए हैं।
इसमें साेलन नगर निगम में सबसे ज्यादा लाेग गांव से निकल कर शहराें में मर्ज हुए हैं। साेलन में 47 हजार 418 लाेगाें काे शहरी क्षेत्रों में लाया गया है। मंडी नगर निगम में 41 हजार 375 अाैर पालमपुर नगर निगम में 40 हजार 385 लाेगाें काे पंचायताें से बाहर निकाल कर नगर निगम में शामिल िकया गया है। अब इन लाेगाें पर पंचायती राज एक्ट नहीं बल्कि शहरी निकायाें काे लेकर बनाए गए कानूनाें काे लागू िकया जाएगा।
15 नवंबर से शुरू हाेगा वाेटर लिस्ट बनाने का काम
वार्डबंदी काे लेकर लाेगाें से मिलने वाली आपत्तियाें काे दूर करके राज्य चुनाव आयाेग 15 नवंबर से मतदाता सूची काे तैयार करने का काम शुरू करेगा। जाे लाेग पहले गांव की मतदाता सूची में शामिल थे, नगर निगम बनने से शहराें में शामिल हुए लाेगाें का नाम गांव की मतदाता सूची से हटा कर वार्डाें की मतदाता सूची में शामिल किया जाएगा।
इसके लिए आयाेग अलग से प्रक्रिया शुरू करेगा। राज्य चुनाव अधिकारी संजीव महाजन ने बताया कि प्रदेश में तीन नए बने नगर निगमाें में वार्डबंदी का काम पूरा हाे गया है, अब लाेग पांच नवंबर तक अपने सुझाव और आपत्तियां दर्ज करवा सकते हैं।
[ad_2]
Source link