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- 14 लाख रुपए के साथ एसडीएम के पास पहुंचे ग्रामीणों ने कहा, पंचायत ने 46 लाख में पेड़ों की नीलामी की, जबकि ठेकेदार ने 56 देने की सहमति दी
बराड़ा21 घंटे पहले
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बराड़ा में एसडीएम कार्यालय के बाहर खड़े लाेग।
- एसडीएम ने इसे नियमों की अवहेलना बताकर लौटाया
मुलाना के गांव पपलौथा में पंचायती पेड़ों की नीलामी का मामला लगातार गरमा रहा है। वीरवार को गांव के कुछ लोग व ठेकेदार विक्रम 14 लाख रुपए की नकदी लेकर एसडीएम गिरीश कुमार के कार्यालय में पहुंच गए। इन लोगों ने कहा कि 26 अक्टूबर को हुई बोली में पंचायत ने 4,421 पेड़ 46 लाख 27 हजार में नीलाम कर दिए। जबकि यह ठेकेदार 56 लाख देने को तैयार है। नियमों के मुताबिक 25 प्रतिशत जमा कराने के लिए ही 14 लाख रुपए लाए हैं। हालांकि एसडीएम ने इसे नियमों की अवहेलना बताकर लौटा दिया।
पपलौथा गांव में 26 अक्टूबर को हुई बोली 46 लाख 27 हजार रुपए में नारायणगढ़ के ठेकेदार सतनाम सिंह के नाम छूटी थी। इसके कुछ दिन बाद ही कुछ ग्रामीणों ने नीलामी में हेराफेरी होने का आरोप लगाया था। इस संबंध में जजपा नेताओं को ज्ञापन भी सौंपा गया था। यह शिकायत डीसी को भेजी गई थी। ताजा घटनाक्रम में ठेकेदार विक्रम ने दावा किया कि बोली कम लगाई गई। एसडीएम कार्यालय पहुंचे ग्रामीण हेमराज, विक्रम सिंह, पवन कुमार, रामकुमार नंबरदार, मनफूल सिंह, रामकुमार शर्मा ने आरोप लगाया कि बोली की लकड़ी को 56 लाख रुपए में खरीदने वाला ठेकेदार उनके पास मौजूद है।
बोली में मौजूद नहीं था विक्रम सिंह: सरपंच
गांव के सरपंच रामपाल ने कहा कि पेड़ों की बोली की प्रक्रिया पूरी की गई है। पहले अखबारों में इसके इश्तिहार निकाले गए थे। फिर जिन बोलीदाताओं ने इसमें भाग लेना था, उनसे बोली में भाग लेने के लिए 5 लाख रुपए का ड्राफ्ट लिया गया। ताकि कोई व्यक्ति गलत बोली न दे। विक्रम ने कोई सिक्योरिटी राशि का ड्राफ्ट जमा नहीं कराया था और न ही बोली में भाग लिया। जब 26 अक्टूबर को बोली हुई तो उस समय बीडीओ, एसडीएम, सचिव व स्वयं मौके पर मौजूद थे। पूरी बोली की वीडियो ग्राफी की गई है। बोली उस दिन देर शाम तक चलती रही। अब बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं।
डीसी के निर्देश पर बोली हुई
बराड़ा के एसडीएम गिरीश कुमार ने कहा कि पपलौथा पंचायती पेड़ों की बोली डीसी के निर्देशानुसार की गई है। जिसकी रिपोर्ट बनाकर डीसी को सौंपी गई है। डीसी के आगामी निर्देशानुसार ही कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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