भीषण रेल हादसा: Dibrugarh Express हादसा, 3 की मौत, दर्जनों घायल और राहत और बचाव कार्य जारी
गुरुवार की दोपहर UP के गोंडा जिले में एक भीषण रेल हादसा हुआ, जिसमें चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही Dibrugarh Express ट्रेन की 10 से अधिक बोगियां पटरी से उतर गईं। इस हादसे में 3 यात्रियों की मौत हो गई है और दर्जनों लोग घायल हुए हैं। दुर्घटना स्थल पर राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस हादसे की पल-पल की जानकारी ले रहे हैं और घायलों को जल्द से जल्द चिकित्सा सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
हादसे की विस्तृत जानकारी
हादसा गोंडा-गोरखपुर रेल मार्ग पर मोतीगंज के पिकौरा गांव के पास हुआ। ट्रेन की 10 से अधिक बोगियां पटरी से उतर गईं, जिनमें से 3 बोगियां पूरी तरह से पलट गईं। इन क्षतिग्रस्त बोगियों में एक एसी बोगी भी शामिल है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, ट्रेन का गोंडा स्टेशन पर स्टापेज था और स्पीड कम होने के कारण बड़ा हादसा टल गया। हालांकि, इस हादसे में 3 यात्रियों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की त्वरित प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को तुरंत मौके पर पहुंचने और राहत कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया है। उन्होंने घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने और गंभीर रूप से घायलों को लखनऊ लाने की तैयारी के निर्देश दिए हैं। बलरामपुर समेत आसपास के जिलों के अस्पतालों को भी अलर्ट कर दिया गया है ताकि घायलों को तुरंत चिकित्सा सहायता मिल सके।
राहत और बचाव कार्य
घटना के बाद रेलवे और पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गए हैं और घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। रिलीफ ट्रेन भी मौके पर पहुंच गई है और एसडीआरएफ और एनडीआरएफ को तत्काल मौके पर रवाना कर दिया गया है। घायल यात्रियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा देने के लिए लखनऊ लाने की तैयारी की जा रही है और जरूरत पड़ने पर उन्हें एयरलिफ्ट किया जाएगा।
हादसे का कारण
हादसे का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन रेलवे अधिकारियों के अनुसार, शुरुआती जांच में रेल पटरी में तकनीकी खराबी या ट्रेन की गति में अचानक कमी को संभावित कारण माना जा रहा है। रेलवे ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं और इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट जल्द ही आने की उम्मीद है।
हेल्पलाइन नंबर जारी
रेलवे ने प्रभावित यात्रियों और उनके परिजनों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं ताकि वे अपने प्रियजनों की जानकारी प्राप्त कर सकें:
- कमर्शियल कंट्रोल: 9957555984
- फुर्केटिंग (एफकेजी): 9957555966
- मारियानी (एमएक्सएन): 6001882410
- सिमलगुड़ी (एसएलजीआर): 8789543798
- तिनसुकिया (एनटीएसके): 9957555959
- डिब्रूगढ़ (DBRG): 9957555960
भविष्य की सुरक्षा उपाय
इस हादसे ने एक बार फिर रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। रेलवे को यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तकनीकी जांच और संरचनात्मक सुधारों पर जोर देना होगा। यह महत्वपूर्ण है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए रेलवे प्रशासन समय-समय पर सुरक्षा उपायों की समीक्षा और अद्यतन करता रहे।
घायलों की स्थिति
घायलों को गोंडा के सरकारी अस्पताल में प्राथमिक चिकित्सा के बाद गंभीर रूप से घायलों को लखनऊ भेजने की तैयारी की जा रही है। डॉक्टरों की टीम लगातार घायलों का इलाज कर रही है और उनकी स्थिति पर नजर बनाए हुए है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
स्थानीय प्रशासन की भूमिका
हादसे के तुरंत बाद, स्थानीय प्रशासन ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया और बचाव और राहत कार्यों को तेजी से शुरू किया. स्थानीय लोगों ने भी बचाव कार्य में सहयोग किया और घायलों को सुरक्षित बाहर निकालने में मदद की. यह सामूहिक प्रयास दिखाता है कि आपदा के समय सभी मिलकर कैसे काम कर सकते हैं।
गोंडा में Dibrugarh Express के हुए इस भयानक रेल दुर्घटना ने देश को हिला दिया है। यह हादसा रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाता है, लेकिन यह भी दिखाता है कि प्रशासन और स्थानीय लोग आपदा के समय एकजुट होकर राहत और बचाव कार्यों में भाग लेते हैं। घायलों को बेहतर चिकित्सा प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की त्वरित प्रतिक्रिया सराहनीय है। रेलवे को अब ऐसे दुर्घटनाओं को भविष्य में रोकने के लिए अपनी सुरक्षा प्रणाली को और मजबूत करना होगा और यात्रियों को सुरक्षित रखना होगा।
http://UP के गोंडा में Dibrugarh Express भीषण हादसा: 10 डिब्बे पटरी से उतरे