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- सोनीपत में शराब के कारण 31 लोगों की मौत के बाद दो पुलिस प्रभारी और दो सरपंच निलंबित
सोनीपत23 मिनट पहले
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सोनीपत के पुलिस अधीक्षक जश्नदीप सिंह रंधावा। रंधावा ने आज जहरीली शराब के मामले मेंं तीन पुलिस अफसरों पर कार्रवाई की है।
- बीते 4 दिन में जिले में कुल 31 लोगों की जान जा चुकी है, फरीदाबाद में एक और पानीपत में भी 5 की माैत हुई
- गुमड़ गांव में 4 में से 2 का अंतिम संस्कार कर दिया गया तो दो के शवों को पोस्टमॉर्टम करवाया जा रहा है
हरियाणा के तीन जिलों में बीते 4 दिन में जहरीली शराब के सेवन से लोगों की मौत का मामला सुर्खियों में है। अकेले सोनीपत में ही इनमें से 31 लोगों की जान जा चुकी है। शुक्रवार को इस मामले में डिप्टी कमिश्नर ने व्यवस्था की कमान संभाल ली। उनके दिशा-निर्देश में पुलिस अधीक्षक जश्नदीप सिंह रंधावा ने कोर्ट कॉम्पलेक्स थाना प्रभारी सुरेंद्र कुमार और मोहाना थाना प्रभारी श्रीभगवान के अलावा मोहाना थाना बीट इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया है।
ध्यान रहे, जिले के गांव गुमड़ में नकली शराब के सेवन से 7 लोगों की हालत बिगड़ी। इनमें से 4 की मौत हो चुकी है तो तीन जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अवैध शराब आज से नहीं बहुत समय से बेची जा रही है, लेकिन पुलिस ने पकड़कर छोड़ देती है। पुलिस की शह से ही यह शराब बेची जाती है। ग्रामीण बता रहे हैं कि गांव गुमड़ में आधा से ज्यादा निवासियों ने शराब को ही व्यवसाय बना लिया है और उसी के कारण गांव के ऐसे हालात हुए हैं। इन सभी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
पूरे मामले में गन्नौर डीएसपी जोगिंद्र राठी का कहना है कि 5 लोगों की मौत गुमड़ गांव में हुई है जिनमें से चार के परिजनों ने बताया है कि मौतें शराब की वजह से हुई हैं। 2 का दाह संस्कार कर दिया गया है। वहीं दो के शवों को पोस्टमॉर्टम करवाया जा रहा है। एफआईआर दर्ज कर ली है। जल्द ही मामले में खुलासा किया जाएगा।
वहीं डीएसपी ने यह भी कहा है जी अवैध शराब के लिए वह खुद छापेमारी कर रहे हैं कि कहां कहां बेची जा रही थी। पूरे मामले के बाद पुलिस कभी चुनाव का बहाना बना रही है तो कभी यह कह रही है कि हमें पता नहीं कि अवैध शराब कहां बेचे जा रही है, लेकिन सभी जगह पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इसके अलावा पानीपत जिले के गांव धनसौली में गुरुवार को 5 तो फरीदाबाद में भी एक की जान जा चुकी है। इन मौतों के बाद ही प्रशासन सख्त हुआ है।
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