सीबीएसई बोर्ड 10वीं, 12वीं की परीक्षाएं हो चुकी हैं. सीबीएसई बोर्ड 10वीं की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य भी शुरू हो गया है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड जल्द ही 10वीं, 12वीं रिजल्ट डेट पर अपडेट जारी करेगा. इस साल सीबीएसई बोर्ड परीक्षा और रिजल्ट पैटर्न में कई बदलाव किए गए हैं. सीबीएसई बोर्ड रिजल्ट 2024 नोटिफिकेशन ऑफिशियल वेबसाइट cbse.gov.in पर चेक कर सकते हैं.
इस साल करीब 38 लाख स्टूडेंट्स ने सीबीएसई बोर्ड परीक्षा दी थी. बिहार बोर्ड रिजल्ट 2024 जारी होने के बाद से सभी अपने रिजल्ट पर अपडेट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. इस साल सत्र शुरू होने के साथ ही बोर्ड ने स्पष्ट कर दिया था कि रिजल्ट के साथ टॉपर का नाम, परसेंटेज या किसी भी छात्र को डिवीजन नहीं दी जाएगी. सीबीएसई बोर्ड ने इसके साथ ही कई बड़े बदलावों की घोषणा की है. जानिए सीबीएसई बोर्ड रिजल्ट 2024 कब तक जारी किया जा सकता है.
CBSE Board Result 2024 Date: सीबीएसई बोर्ड रिजल्ट कब जारी होगा?
सीबीएसई बोर्ड 10वीं रिजल्ट मई में जारी होने की संभावना है. दरअसल, सीबीएसई बोर्ड 10वीं की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य मार्च में ही शुरू हो गया था. ऐसे में माना जा रहा है कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड मई के शुरुआती हफ्ते तक ही रिजल्ट तैयार कर लेगा. वहीं, सीबीएसई बोर्ड 12वीं रिजल्ट 2024 की बात करें तो बच्चों को हायर एजुकेशन के लिए कॉलेज में आवेदन करना होता है. इसलिए 12वीं रिजल्ट भी मई के आखिरी हफ्ते या जून के पहले हफ्ते तक घोषित कर दिया जाएगा.
CBSE Board Result 2024: सीबीएसई बोर्ड रिजल्ट कैसे बनेगा?
सीबीएसई 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल हुए स्टूडेंट्स को ओवरऑल डिविजन (Division), डिस्टिंक्शन (Distinction) या एग्रीगेट मार्क्स नहीं बताएगा. इस साल सीबीएसई 10वीं, 12वीं बोर्ड परीक्षा में टॉप करने वाले स्टूडेंट्स के नाम का खुलासा भी नहीं किया जाएगा. सिर्फ यही नहीं, पर्सेंटेज तक जारी नहीं किए जाएंगे. अगर किसी स्टूडेंट ने 5 से ज्यादा विषयों की परीक्षा दी है तो उसे एडमिशन देने वाला संस्थान या नियोक्ता खुद ही सर्वश्रेष्ठ 5 विषयों पर विचार कर सकता है.
CBSE Board 10, 12 Result 2024: इस फैसले से कम होगा रिजल्ट का डर
सीबीएसई कोऑर्डिनेटर संयम भारद्वाज ने खुद रिजल्ट में बदलाव की जानकारी दी थी. माना जा रहा है कि इससे स्टूडेंट्स के अंदर बोर्ड रिजल्ट का डर कम किया जा सकेगा. दरअसल, रिजल्ट जारी होने से पहले ही स्टूडेंट्स पास और फेल को लेकर चिंतित होने लग जाते हैं. इससे न सिर्फ उनकी सेहत बिगड़ती है, बल्कि कई बार वह गलत स्टेप भी उठा लेते हैं. अब डिस्टिंक्शन, परसेंटेज और टॉपर का नाम जारी नहीं किए जाने से निगेटिव प्रतिस्पर्धा को कम करने में मदद मिलेगी.