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- इस बार चीन की नई एंट्री, होम इंडिविजुअल लैम्प्स, तुलसी गमला और फ्लो बाउल्स के लिए हाई डिमांड से रोशन होंगे
हिसार6 घंटे पहले
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टाॅउन पार्क के पास रोशनी के स्टॉल पर शॉपिंग करते लोग
- चाइनीज दीए और लड़ियां छीन लेती थीं अपनों की मुस्कान, इस बार व्यापार बढ़ने की उम्मीद
(नैंसी दलीप) कोविड- 19 महामारी के कारण चारों ओर नकारात्मक विचारों का बोलाबाला दिख रहा है। मगर अब हर कोई दीवाली में इस नकारात्मकता के अंधेरों को मिटाना चाहता है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके चेहरों की मुस्कान हर साल चाइना की लड़ियों के पीछे छुप जाती थी, लेकिन इस बार चाइना से आयात और निर्यात बंद होने के बाद ये चेहरे दीए कि लौ से रोशन नजर आ रहे है। दरअसल, इस बार लोग चाइनीज लड़ियों का बहिष्कार कर स्वदेशी अपनाने पर जोर दे रहे है।
जिसके चलते दीयों की बिक्री पिछले वर्षों से 65% तक बढ़ी है। हिसार के दीयों के विक्रेताओं में कोई 40 तो कोई 25 बरस से दीवाली पर दीयों का व्यापार चला रहा है। जिनका कहना है कि पिछले इतने वर्षों में ग्राहकों में स्वदेशी को लेकर ऐसा रुझान उन्होंने नहीं देखा। 40 साल से रवि तो 25 साल से रोशनी कर रही हिसार को रोशन अर्बन स्टेट सेकंड के सामने लगी दीयों के स्टॉल के विक्रेता रवि पिछले 40 साल से दीयों के व्यापार से जुड़े हैं।
जिनके पास 1 रुपये से लेकर 150 तक कि दीपक की वैरायटी देखने को मिल रही है। टाउन पार्क के पास लगी रोशनी की स्टाल में आपको डिफरेंट शेप के सजावटी दीए 10 से लेकर 50 तक की रेंज में मिलेंगे। इसके साथ ही कैमरी रोड पर 25 साल से स्टाॅल लगा रहे नरेश के स्टॉल पर आपको विभिन्न तरह की दीयों की वैरायटी मिलेगी इनकी रेंज 1 रुपये से 150 रुपये तक है।
दीये कर रहे आकर्षित
टाउन पार्क के पास स्थित स्टॉल की विक्रेता रोशनी ने बताया कि इस बार ग्रीनरी और वन्यजीवों के संरक्षण को लेकर मैसेज देते दीये सबसे ज्यादा आकर्षित कर रहे हैं। जिसमें हाथी, घोड़े, कछुए और मोर के डिज़ाइन वाले दिए काफी ट्रेंड कर रहे हैं। इसके साथ ही दिए की बैक पर लगे पेड़ और फूलों की डिजाइन भी यंगस्टर्स को काफी अट्रेक्ट कर रहे हैं।
कलकत्ता, अहमदाबाद, अलीगढ़, दिल्ली से आ रहे स्वदेशी दीये
अर्बन स्टेट सेकंड के सामने स्थित स्टोरेज के विक्रेता रवि ने बताया मार्केट में तुलसी गमला स्पेशल डिमांड पर आ रहा है। जिसमें पौधा लगाने के साथ बाहर एक दीया अटैच किया है। फ्लोटिंग कैंडल्स के लिए अलग-अलग तरह की मिट्टी के डेकोरेटिव बाउल्स भी लोगों को पसंद आ रहे हैं जो 4 साइज में अवेलेबल है। कलकत्ता, अहमदाबाद, अलीगढ़, दिल्ली से माल आ रहा है।
दिल्ली, मुंबई और बंगलुरू से आ रहीं कैंडल्स
एमसी कॉलोनी स्थित एक शॉप के ऑनर दीपक ने बताया इस बार कैंडल्स में सारा माल दिल्ली मुंबई और बंगलुरू से आ रहा है। जिसमें फ्लावर शेप्ड कैंडल्स, क्रिस्टल लुक कैंडल, ग्लास कैंडल, वैक्स कैंडल, मटकी कैंडल और पोम-पोम डिजाइनिंग वाली कैंडल सबसे खास है। इसके साथ ही जैल कैंडल्स और लालटेन का भी अच्छा क्रेज देखने को मिल रहा है।
ये है रेंज
- तुलसी गमला200- 450
- दीया मंदिर 120-150
- लालटेन120-150
- छोटे दीये1 से 5
- बड़े दिये40 से 150
- मोम वाले दिये का सेट 200-400
- मोर वाला दीया 80
- पेड़ वाले डिज़ाइन का दीया 80
- फ्लावर कैंडल्स50-300 का सेट
- अल्मुनियम जैल कैंडल सेट 120
- जैल कैंडल्स सेट 50 से शुरू
- मटकी कैंडल 200 का सेट
- मटकी लोटस वैक्स कैंडल 320
- हैंड वर्क डेकोरेटेड कैंडल्स400
- पोंम पाम डिजाइन कैंडल120
- काग्लास कैंडल्स200-400
- जैल लालटेन 300
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