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हिसार13 घंटे पहले
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फाइल फोटो।
- प्राइवेट अस्पताल से गुरुगाम के लिए रेफर किया गया था
शहर की एक कॉलाेनी के रहने वाले काेराना संक्रमित की हालत बिगड़ने पर प्राइवेट अस्पताल के चिकित्सकाें ने उसे गुरुग्राम के लिए रेफर कर दिया। परिजनाें का आराेप है कि जिस एंबुलेंस में पीड़ित काे ले जाया जा रहा था, उसमें पर्याप्त ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं थी। जिसके कारण संक्रमित की माैत हाे गई।
पीड़ित पक्ष की शिकायत पर एंबुलेंस के चालक विनाेद, अटेंडेंट सुमित और एंबुलेंस मालिक के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पीड़ित ने पुलिस काे शिकायत देते हुए बताया कि वह अध्यापक है। उसके मामा का बेटा काेराेना संक्रमित हाे गया था। जिसका उपचार हिसार के ही प्राइवेट अस्पताल में चल रहा था। बताया कि 6 नवंबर काे मामा के बेटे की हालत बिगड़ने पर प्राइवेट अस्पताल के चिकित्सकाें ने उसे गुरुग्राम के लिए रेफर कर दिया। बताया कि उन्हाेंने 19 हजार रुपये में हिसार से गुरुगाम के लिए एंबुलेंस बुक की थी।
रास्ते में पीड़ित की हालत बिगड़ने लगी। एंबुलेंस के चालक ओर अटेंडेंट काे ऑक्सीजन कम हाेने के बारे में कहा ताे हांसी पहुंचते ही वह एक प्राइवेट अस्पताल में पहंुचे। जहां पर ऑक्सीजन नहीं मिली। इसके बाद एक अन्य एंबुलेंस चालक ने औक्सीजन उपलब्ध कराई। आराेप है कि उस समय भी ऑक्सीजन पर्याप्त नहीं थी। जिसके कारण पीड़ित की माैत हाे गई।
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