[ad_1]
कालका15 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
- दिक्कत दूर करने के बजाय एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे नगर निगम व पीडब्ल्यूडी के अधिकारी
हाउसिंग बोर्ड के सामने रोड किनारे बने ग्रीन पार्क में लगे गंदगी के ढेर नगर परिषद की कार्यशैली दिखाने के लिए ही काफी है। लोगों का कहना है कि अधिकारियों को भी समस्या से अवगत करवा चुके हैं व डस्टबिन रखवाने की भी गुहार लगा चुके हैं, परंतु कोई सुनवाई नहीं हुई।
सीवरेज के पाइप से आ रहा गंदा पानी सारा दिन फैली रहती है दुर्गंध:
लोगों ने बताया राजकीय महाविद्यालय कालका के बाहर सीवर टैंक से आ रहा सीवरेज का गंदा पानी बस स्टैंड के सामने हाउसिंग बोर्ड में बने सीवरेज गटर से ओवरफ्लो होकर सारा दिन काॅलोनी के मकान नंबर 5 से लेकर मकान नंबर 266 तक बहता रहता है, जिससे लोगों का रहना दुश्वार हो गया है।
लोगों ने बताया कि इसी रोड से ही दिनभर सैकड़ों लोग पैदल निकलते हैं, दो पहिया वाहन चालक ओर कारें भी इसी सड़क का इस्तेमाल करते हैं। इसी सड़क से गाड़ियों के गुजरते समय राहगीरों के कपड़ों पर गंदे पानी के छींटे पड़ जाते हैं। राहगीरों के जूतों पर लगा गंदा पानी लोगों के घरों तक पहुंच रहा है।
लोगों का कहना है कि वह इस बारे में कई बार विभिन्न विभागों के अधिकारियों से समस्या का समाधान करने की गुहार कर चुके हैं लेकिन आज तक समस्या जस की तस है। लोगों का कहना है कि हाउसिंग बोर्ड जैसे इलाके में ऐसी समस्या आ रही है और अधिकारी उसका हल नहीं कर रहे यह हैरानी की बात है। इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान करवाना चाहिए ताकि लोगों को निजात मिल सके।
लोगों ने की गंदे पानी की निकासी के लिए इंतजाम की मांग
कई बार नगर निगम के अधिकारियों समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को भी इस बारे में अवगत करवाया गया है। हाउसिंग बोर्ड में गंदगी फैली हुई है निगम प्रशासन द्वारा टैक्स बिल तो भेज दिए जाते थे लेकिन साफ सफाई के लिए कोई कार्रवाई नहीं होती। सिमरप्रीत सिंह शैर
स्थानीय निवासी हाउसिंग बोर्ड यह मामला अकेला नगर निगम का नहीं है। जगह पीडब्ल्यूडी की है। उसमें नाला कैसे बनाया जा सकता है। प्रयास करेंगे कि जल्द ही इस मामले में संबंधित विभागों की एक सांझी मीटिंग करके मामले का हल निकाला जाए। सुभाष चंद्र, जेई नगर निगम कालका
हाउसिंग बोर्ड में बहने वाला पानी सीवरेज का पानी नहीं है। वह ड्रेन वॉटर है जो नाला नगर निगम के अंतर्गत आता है। यह पानी उसमें से निकलकर जा रहा है हमारे विभाग का इससे कोई लेना-देना नहीं है। विनोद, एसडीओ, पब्लिक हेल्थ कालका
[ad_2]
Source link