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बठिंडा7 घंटे पहले
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शहर के निजी अस्पतालों में इन दिनों डेंगू के मरीजों की ओपीडी लगातार बढ़ रही है लेकिन दूसरी तरफ शहर में सफाई व्यवस्था की कमी भी साफ झलक रही है। नगर निगम की लापरवाही के चलते सफाई के उचित प्रबंधों के न होने से भी शहर के कई स्थानों पर कूड़े के ढेर लगे हैं। इसके अलावा शहर के प्राइवेट लैब में प्रतिदिन 100 से अधिक सैंपल लिए जा रहे हैं और जिनमें प्रति लैब 30 से 35 मरीज डेंगू पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। फिलहाल जिले में अब-तक 429 डेंगू मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। इसमें सबसे अधिक डेंगू मरीज शहर के विभिन्न वार्डों से संबंधित हैं।
सरकारी अस्पताल के माहिर डाक्टरों के अनुसार अस्पताल में बड़ी संख्या में सेल घटने वाले मरीज चेकअप के लिए पहुंच रहे, प्रतिदिन 10-15 डेंगू पॉजिटिव मरीज आ रहे हैं और जिनका भी इलाज किया जा रहा है। वहीं इमरजेंसी वार्ड में तैनात डाक्टरों ने बताया कि पिछले एक माह में रोज ब्लड प्लेटलेट्स कम होने वाले 5 से 7 मरीज पहुंच रहे हैं। इसमें कुछ ऐसे मरीज भी आ रहे हैं, जिनकी सेल दस से 15 हजार रह जाते हैं। सीरियस मरीजों को ही रेफर किया जाता है। उन्होंने बताया कि डेंगू और मूलभूत लक्षणों के दौरान मरीज को 3-5 दिन तक बुखार रहता है और उसको अपना शरीर काफी कमजोर होता दिखाई देता है।
वहीं लाइनपार इलाके जसकरण सिंह, रविंदर कुमार, विनोद कुमार, जसविंदर सिंह, बंत सिंह, कर्मसिंह, अनिल कुमार आदि का कहना है कि स्वच्छ भारत अभियान की बात करें तो नगर निगम बठिंडा तीसरी बार पहला अंक हासिल किया है। परन्तु शहर में सफाई प्रबंधों का हाल लगातार बिगड़ता नजर आ रहा है। जिससे मच्छर फैल रहे हैं और इसके अलावा बेसहारा पशु गंदगी के ढेर में मुंह मारते दिखाई देते हैं। ऐसी हालत में लोगों का सेहतमंद रहना मुश्किल है। नगर निगम को चाहिए डेंगू के बढ़ते प्रकोप के चलते शहर में सफाई के प्रबंध किए जाएं।
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