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भागलपुर3 घंटे पहले
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- अधिकारियाें की खींचतान में हाे रही देरी
टीएमबीयू में वित्तीय वर्ष 2021-22 का बजट अब तक तैयार नहीं हुआ है जबकि इसे 31 अक्टूबर तक ही सरकार के पास भेज देना था। हालांकि जब कभी मूल बजट तैयार करने में देरी हाेती है ताे तत्काल औपबंधिक बजट भी भेजा जाता रहा है, लेकिन टीएमबीयू में इस बार यह भी तैयार नहीं हुआ है।
बताया गया कि अगर बजट में और देरी हुई ताे शिक्षकाें, कर्मचारियाें का वेतन भुगतान फंस जाएगा। टीएमबीयू के पास फिलहाल देरी का कारण बताने के लिए लाॅकडाउन और विधानसभा चुनाव है लेकिन अंदरखाने अधिकारियाें की आपसी खींचतान ही मूल वजह है। एक अधिकारी ने बताया कि बजट काे लेकर एक वरीय अधिकारी ऐसे डाॅक्यूमेंट मांग रहे हैं जाे गैर जरूरी है। कुछ ऐसे डाॅक्यूमेंट भी मांग रहे हैं जाे उनके विराेधी गुट के अधिकारी से जुड़े हुए हैं। दूसरी तरफ उक्त अधिकारी वित्तीय अनियमितता से बचने की जुगत में सबकुछ जांच-परख लेना चाहते हैं और इसमें भी देरी हाे रही है जबकि उच्च शिक्षा विभाग की निदेशक रेखा कुमारी ने अपने पत्र में कहा है कि पिछले वित्तीय वर्ष के बजट के फाॅर्मेंट में ही नया बजट भेजना है। लाॅकडाउन और चुनाव के कारण बजट के लिए जरूरी सिंडिकेट व सीनेट की बैठक नहीं की जा सकी है। लेकिन अाैपबंधिक बजट भी भेजा जा सकता है। इस बार बजट 25 प्रतिशत डीए की जगह 33 प्रतिशत डीए का प्रावधान कर बनाना है।
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