टीवी शो ‘Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah’ में सोनू का किरदार निभाने वाली पलक सिधवानी ने हाल ही में अपने साथ हुए मानसिक शोषण का खुलासा किया है। यह कहानी न केवल मनोरंजन उद्योग में कार्यरत लोगों के लिए एक चेतावनी है, बल्कि समाज के लिए भी एक गंभीर मुद्दा है। मानसिक स्वास्थ्य और शोषण की बातें अक्सर सामने आती हैं, लेकिन उन्हें गंभीरता से लेने की आवश्यकता है।
पलक का खुलासा
पलक ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत करते हुए बताया कि कैसे शो के निर्माता उनके साथ मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे। जब उन्होंने शो Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah छोड़ने की इच्छा व्यक्त की, तो मेकर्स ने उन्हें धमकाना शुरू कर दिया। पलक का कहना है, “मई 2025 तक शो छोड़ने की बात सोचने का भी मतलब नहीं है, वरना भुगतना होगा।” यह धमकी उन्हें तब मिली जब उन्होंने अपने व्यक्तिगत कारणों से शो छोड़ने की बात की।
स्वास्थ्य का मुद्दा
पलक ने अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के बारे में भी बात की। उन्होंने बताया कि उन्हें लगातार 12 घंटे तक शूटिंग करने के लिए मजबूर किया गया, भले ही उनकी स्वास्थ्य स्थिति खराब थी। “मेरे स्वास्थ्य के बारे में जानने के बावजूद, मुझे लगातार शूटिंग करने के लिए बुलाया गया,” पलक ने कहा। यह स्थिति स्पष्ट रूप से एक गंभीर समस्या को उजागर करती है—कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य का सम्मान नहीं किया जाना।
कानूनी नोटिस
जब पलक ने शो छोड़ने का निर्णय लिया, तब उन्हें पता चला कि मेकर्स ने उन्हें कानूनी नोटिस भेजा है। पलक ने बताया कि इस नोटिस के बारे में उन्हें मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली, जबकि वे शूटिंग कर रही थीं। “मैंने अपने मानसिक और शारीरिक परेशानी के बारे में बताया, लेकिन उन्होंने मुझसे 5 दिन तक मुलाकात नहीं की,” उन्होंने कहा। यह स्थिति उनके लिए बेहद कठिन और तनावपूर्ण थी।
डिजिटल धमकी
पलक ने यह भी खुलासा किया कि उन्हें उनके इंस्टाग्राम अकाउंट को डिलीट करने की धमकी दी गई ताकि वे ब्रांड के विज्ञापनों से दूर रह सकें। “उन्होंने मुझसे कहा कि मैं उन ब्रांड्स का नाम बताऊं जो मुझे विज्ञापन देते हैं और उनसे मिले पैसे का विवरण भी दूं,” पलक ने कहा। यह तो स्पष्ट है कि मानसिक शोषण का यह स्तर केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि पेशेवर भी है।
बदलते समय की आवश्यकता
पलक का अनुभव न केवल मनोरंजन उद्योग के लिए, बल्कि सभी कार्यस्थलों के लिए एक सीख है। मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इस स्थिति में, हमें यह समझने की आवश्यकता है कि हर व्यक्ति की सीमाएं होती हैं, और उन्हें मान्यता देनी चाहिए।
अन्य कलाकारों का अनुभव
पलक की कहानी अकेली नहीं है। इससे पहले, Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah शो की अन्य अभिनेत्रियाँ जैसे नेहा मेहता और जेनिफर भी मानसिक और शारीरिक शोषण का आरोप लगा चुकी हैं। इस प्रकार की घटनाएं हमें यह सोचने पर मजबूर करती हैं कि क्या हमारे उद्योग में काम करने का माहौल सुरक्षित है?
पलक सिधवानी का अनुभव एक महत्वपूर्ण संदेश देता है कि हमें मानसिक स्वास्थ्य की अहमियत को समझना चाहिए और किसी भी प्रकार के शोषण के खिलाफ खड़ा होना चाहिए। चाहे वह उद्योग हो या कोई अन्य कार्यस्थल, हर व्यक्ति को सम्मान और सुरक्षित वातावरण मिलना चाहिए। हमें चाहिए कि हम इस मुद्दे पर खुलकर बात करें और सभी को इसके प्रति जागरूक करें।
इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए हमें सामूहिक प्रयास करने होंगे, ताकि किसी और को ऐसी स्थिति का सामना न करना पड़े। पलक ने यह स्पष्ट कर दिया है कि 30 सितंबर के बाद वह शो की शूटिंग नहीं करेंगी, और यह एक साहसिक कदम है। हमें ऐसे साहसी कदमों का समर्थन करना चाहिए और एक बेहतर कार्य वातावरण के लिए संघर्ष करना चाहिए।
Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah की पलक सिधवानी: मानसिक शोषण की कहानीhttp://Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah की पलक सिधवानी: मानसिक शोषण की कहानी