Sushant Singh Rajput की चौथी बरसी: SSR की 6 यादगार फिल्में जो हमें हमेशा याद रहेंगी
बॉलीवुड का चमकता सितारा सुशांत सिंह राजपूत ने अपनी शानदार अदाकारी और दिलकश मुस्कान से लाखों दिलों पर राज किया। 14 जून 2020 को उनके असामयिक निधन ने पूरे देश को हिला दिया। आइए उनकी चौथी बरसी पर उनकी छह महान फिल्मों को याद करते हैं, जो हमें हंसाया, रुलाया और सोचने पर मजबूर किया।
- “काय पो छे!” (2013): सुशांत सिंह राजपूत की पहली बॉलीवुड फिल्म, “काय पो छे!” (2013) ही उनकी प्रतिभा का सबूत था। चेतन भगत के उपन्यास “द 3 मिस्टेक्स ऑफ माय लाइफ” पर आधारित इस फिल्म में सुशांत ने ईशान भट का किरदार निभाया। ईशान का किरदार एक क्रूर क्रिकेट कोच का था, जिसने दर्शकों पर गहरा प्रभाव छोड़ा। फिल्म को सुशांत की एनर्जी और अभिनय की गहराई ने जीवंत बना दिया। इस फिल्म से सुशांत ने दिखाया कि वे बॉलीवुड में लंबे समय तक रहेंगे।
- “डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी!” (2015): डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी! (2015) में सुशांत सिंह राजपूत ने युवा और उत्सुक डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी का किरदार निभाया था। 1940 के दशक की कथा पर आधारित इस फिल्म में सुशांत ने अपने किरदार को बखूबी निभाया। दर्शकों को उनकी दृढ़ता और उत्सुकता ने प्रभावित किया। इस फिल्म ने सुशांत को साबित कर दिया कि वे सिर्फ रोमांटिक हीरो नहीं हैं, बल्कि किसी भी तरह का किरदार कर सकते हैं।
- “M.S. धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी” (2016): सुशांत की सबसे लोकप्रिय और प्रशंसित फिल्मों में से एक है। फिल्म में सुशांत ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का किरदार निभाया था। सुशांत ने धोनी की जीवन यात्रा को इतने जीवंत ढंग से दिखाया कि दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। उन्होंने धोनी की क्रिकेटिंग शैली, उनके संघर्षों और उनकी सफलता को बखूबी दिखाया। इस फिल्म में सुशांत ने अपार सराहना प्राप्त की और अपने अभिनय को लोहा मनवाया।
4. “केदारनाथ” (2018): एक रोमांटिक ड्रामा फिल्म है, जिसमें सुशांत सिंह राजपूत और सारा अली खान ने मुख्य भूमिका निभाई है। यह फिल्म उत्तराखंड के केदारनाथ में 2013 में आई भीषण बाढ़ की पृष्ठभूमि पर आधारित है। फिल्म में एक हिन्दू लड़की और मुस्लिम लड़के की प्रेम कहानी को दिखाया गया है, जो विपरीत परिस्थितियों और सामाजिक बाधाओं का सामना करते हैं। अभिषेक कपूर द्वारा निर्देशित यह फिल्म दर्शकों को भावुक कर देती है।
5.“छिछोरे” (2019): “छिछोरे” सुशांत की अंतिम रिलीज़ फिल्मों में से एक थी और यह एक प्रेरणादायक कहानी है। इस फिल्म में उन्होंने एक पिता का किरदार निभाया, जो अपने बेटे को जीवन के असली मायने समझाता है। फिल्म के हर किरदार ने हमें कॉलेज के दिनों की याद दिलाई, लेकिन सुशांत का अभिनय सबसे अधिक प्रभावित करने वाला था। उन्होंने अपने किरदार के माध्यम से हमें सिखाया कि असफलता से डरने की बजाय उससे सीखना चाहिए। इस फिल्म ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया, बल्कि कई लोगों के दिलों में भी जगह बनाई।
6.“दिल बेचारा” (2020): एक हिंदी भाषा की फिल्म है, जिसमें सुशांत सिंह राजपूत और संजना सान को मुख्य भूमिका में देखा गया है। यह फिल्म मुकेश चबड़ा की “The Fault in Our Stars” का अनुवाद है। इसमें किशोर युग की एक प्यार भरी कहानी को दिखाया गया है, जिसमें मुख्य किरदार अपने जीवन के अंतिम दिनों को जीने की चुनौती का सामना करते हैं। फिल्म के निर्देशक मुकेश चबड़ा हैं, और इसमें एक अद्वितीय और भावनात्मक कहानी को पेश किया गया है जो दर्शकों के दिलों को छू गई।
सुशांत सिंह राजपूत का प्रभाव:
सुशांत सिंह राजपूत का जीवन और करियर कई लोगों को प्रेरणा देता है। अपने छोटे से करियर में ही उन्होंने बहुत कुछ हासिल किया और भारतीय सिनेमा में अपनी अलग पहचान बनाई। उनकी फिल्मों ने न सिर्फ लोगों को मनोरंजन दिया, बल्कि एक महत्वपूर्ण संदेश भी दिया। सुशांत की अभिनय यात्रा हमें बताती है कि समर्पण और कड़ी मेहनत से किसी भी ऊँचाई को छूया जा सकता है।
हम सुशांत सिंह राजपूत की चौथी बरसी पर उनकी अद्वितीय प्रतिभा को श्रद्धांजलि देते हैं। उनकी फिल्में और यादें हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगी। सुशांत ने “काय पो छे!” से “दिल बेचारा” तक अपने हर किरदार में जान डाल दी और हमें अपने अभिनय का मुरीद बनाया।
उनकी फिल्मों से वे हमेशा जीवित रहेंगे, भले ही वे आज नहीं हैं। शांति की यात्रा हमें याद दिलाती है कि विफलताओं से हार मानने के बजाय, उनसे सीखकर आगे बढ़ना चाहिए।
सुशांत सिंह राजपूत की इस बरसी पर , आइए हम फिल्मों को देखें और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करें, जिन्होंने हमें हंसाया, रुलाया और सिखाया कि सपने सच करने के लिए साहस और दृढ़ता की जरूरत है। सुशांत की विरासत हमेशा हमें प्रेरित करेगी और उनकी यादें हमारे दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगी।