[ad_1]
नई दिल्ली8 दिन पहले
- कॉपी लिंक
कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखकर बनाए गए सिंगल विंडो सिस्टम
- गोविंदपुरी पुलिस जनता का 90 प्रतिशत काम ‘सिंगल विंडो’ सिस्टम पर सफलता से कर रही है पूरा
(शेखर घोष) जब तक कोविड-19 19 की वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और सतर्कता ही बचाव है। वहीं दक्षिण पूर्वी दिल्ली जिला कोरोना संक्रमण से बचाव व जनता के कार्य को सरलता से करने के लिए ‘सिंगल विंडो’ सिस्टम का निर्माण किया है। गोविंदपुरी थाना द्वारा निर्मित ‘सिंगल विंडो’ सिस्टम यहां के पुलिसकर्मियों के लिए कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए ढाल साबित हो रही है। इस ‘सिंगल विंडो’ सिस्टम का मकसद पुलिसकर्मियों और जनता के बीच दूरी पैदा कर कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकना है।
‘सिंगल विंडो’ सिस्टम से अपने काम को लेकर पुलिस स्टेशन आए लोगों का खोया-पाया, किसी अन्य तरह की शिकायतों पर पुलिस कर्मियों द्वारा जांच रिपोर्ट समेत 90 फीसदी काम ‘सिंगल विंडो’ पर ऑन स्पॉट पूरा किया जा रहा है। इस तरह से 90 प्रतिशत लोगों को थाने के बाहर ही रोककर सोशल डिस्टेंसिंग क्रिएट करने का बेहतर उदाहरण पेश कर पुलिसकर्मियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के दिशा में प्रसंशनीय काम किया है।
छह स्टेप में काम करता है ‘सिंगल विंडो’ सिस्टम
इस मॉडल के जरिए कोरोना से बचाव के लिए जारी दिशानिर्देशों का पालन सिस्टेमेटिक तरीके से किया जा सकेगा। यानी इस मॉडल को 6 स्टेप में बांटा गया है। स्टेज -1 में लोगों के सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठने की व्यवस्था होगी। स्टेप 2 में सेनिटाइजर मशीन की व्यवस्था की गई है। स्टेप 3 में थर्मल टेंपरेचर मशीन लगाई है, जो बिना किसी पुलिस कर्मी के ही लोगों के शरीर का तापमान ले लेगी।
स्टेप 4 में ऑडियो वीडियो इंटरेक्शन फैसिलिटी होगी। पीड़ित लोग ऑडियो या वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पुलिस कर्मियों से बात कर सकेंगे। स्टेप 5 में युवी मशीन लगाई है जो डॉक्यूमेंट के जरिए होने वाले इंफेक्शन को कम कर सकेगी। स्टेप-6 में इंटरकॉम की सुविधा प्रदान की गई है। यानी कोई भी आदमी बिना पुलिस वाले के सीधे संपर्क में आए अपनी बात को रख सकता है। इससे पुलिस के साथ ही आम लोगों को भी फायदा मिलेगा।
‘सिंगल विंडो’ सिस्टम के बेहतर परिणाम को देखते हुए इसे दक्षिण-पूर्वी दिल्ली और दक्षिण जिला के सभी 30 पुलिस थानों में जल्द लगाने के आदेश दिए है। हमारे पुलिस कमिश्नर का विजन है कि जनता का काम पूरा करते हुए कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए आईटी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाए।
देवेश श्रीवास्तव, ज्वाइंट सीपी, साउथ रेंज
[ad_2]
Source link