Share Market में निवेश करने वाले ग्राहकों के लिए 1 फरवरी 2024 एक महत्वपूर्ण दिन होने जा रहा है। इस दिन से, योग्य शेयर ब्रोकर (Qualified Stock Brokers – QSB) को अपने ग्राहकों को शेयर खरीदने और बेचने के लिए UPI आधारित ‘ब्लॉक’ व्यवस्था का विकल्प प्रदान करना अनिवार्य होगा। यह बदलाव न केवल निवेशकों के लिए सुरक्षा और पारदर्शिता को बढ़ाने का एक कदम है, बल्कि यह उन्हें अधिक स्वतंत्रता भी देगा। आइए इस नए नियम के बारे में विस्तार से जानते हैं।
UPI आधारित ‘ब्लॉक’ व्यवस्था का महत्व
UPI आधारित ‘ब्लॉक’ व्यवस्था के तहत, निवेशकों को अपने ब्रोकर को पहले से पैसा भेजने की जरूरत नहीं होगी। इसके बजाय, वे अपने बैंक खाते में एक राशि को ‘ब्लॉक’ कर सकते हैं। यह राशि तब उसी आधार पर Share Market में ट्रेडिंग के लिए उपयोग की जा सकेगी। इसका एक बड़ा लाभ यह है कि निवेशकों की राशि सुरक्षित रहेगी और किसी प्रकार का दुरुपयोग नहीं होगा।
इस प्रणाली का कार्यान्वयन ASBA (Application Supported by Blocked Amount) प्रणाली के समान होगा, जिसका उपयोग पहले IPO के लिए किया जाता था। इसका मतलब है कि जब आप शेयर खरीदते हैं, तो आपकी राशि आपके बैंक खाते में ही ब्लॉक हो जाती है, और जब शेयर ट्रांसफर होते हैं, तभी वह राशि कटती है। यह प्रक्रिया निवेशकों को मानसिक शांति देती है और उनके धन की सुरक्षा सुनिश्चित करती है।
तीन सुविधाओं वाला कारोबारी खाता
इस नई व्यवस्था के तहत, निवेशकों को एक ऐसा खाता भी उपलब्ध कराया जाएगा जिसमें तीन सुविधाएँ शामिल होंगी: बचत खाता, डीमैट खाता और कारोबारी खाता। इस खाते के माध्यम से, निवेशकों की धनराशि उनके बैंक खाते में सुरक्षित रहेगी और उन्हें उस पर ब्याज भी मिलेगा।
निवेशकों को मिलेंगे ये फायदे
- ब्रोकर को पैसे देने की जरूरत नहीं: अब निवेशकों को पहले से ब्रोकर को पैसा देने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे उनके लिए प्रक्रिया सरल हो जाएगी।
- सुरक्षा और पारदर्शिता: UPI आधारित ब्लॉक व्यवस्था से उनकी राशि सुरक्षित रहेगी, और किसी भी प्रकार का दुरुपयोग संभव नहीं होगा।
- कोष प्रबंधन में सुधार: यह नई प्रणाली कोष प्रबंधन को अधिक प्रभावी बनाएगी, जिससे निवेशकों के लिए वित्तीय निर्णय लेना आसान होगा।
- ब्याज की सुविधा: नए कारोबारी खाते में निवेशकों को अपने धन पर ब्याज भी मिलेगा, जो कि पहले की व्यवस्था में उपलब्ध नहीं था।
SEBI का यह कदम क्यों महत्वपूर्ण है?
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी है और इसे लागू करने का निर्णय लिया है। SEBI का यह कदम न केवल निवेशकों की सुरक्षा को बढ़ाता है, बल्कि यह Share Market में वित्तीय पारदर्शिता को भी बढ़ावा देता है। यह कदम उन निवेशकों के लिए खासतौर पर फायदेमंद है, जो शेयर बाजार में सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से निवेश करना चाहते हैं।
बाजार में स्थिरता और बढ़ती सहभागिता
यह नया नियम निवेशकों की सहभागिता को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। जब लोग यह जानेंगे कि उनकी धनराशि सुरक्षित है और उन्हें पहले से पैसे ब्रोकर को देने की आवश्यकता नहीं है, तो वे अधिक आत्मविश्वास के साथ निवेश करने के लिए प्रेरित होंगे।
इसके अलावा, यह प्रणाली न केवल छोटे निवेशकों के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह बड़े निवेशकों के लिए भी एक सुरक्षित मंच प्रदान करेगी। इससे बाजार में स्थिरता और बढ़ती सहभागिता की संभावना है, जो दीर्घकालिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
कैसे काम करेगा यह सिस्टम?
SEBI ने पहले से ही IPO जैसे सार्वजनिक निर्गमों के लिए ‘ब्लॉक’ व्यवस्था को सफलतापूर्वक लागू किया है। इस प्रणाली को अब शेयर खरीदने और बेचने के लिए भी लागू किया जा रहा है। यह प्रणाली निवेशकों को अधिक सुविधाएँ प्रदान करेगी और उन्हें बाजार में अधिक सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
निवेशकों को अब केवल अपने बैंक खाते में धनराशि ब्लॉक करने की आवश्यकता होगी, और वे उसी राशि के आधार पर ट्रेडिंग कर सकेंगे। इस प्रक्रिया से न केवल निवेशकों को अधिक सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि इससे उन्हें अपने निवेश का अधिक नियंत्रण भी प्राप्त होगा।
Share Market में ब्रोकर को बिना पैसा दिए निवेश की नई सुविधा: 1 फरवरी से शुरू होगा नया नियमhttp://Share Market में ब्रोकर को बिना पैसा दिए निवेश की नई सुविधा: 1 फरवरी से शुरू होगा नया नियम