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- एसजीपीसी के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने करतारपुर साहिब प्रबंधन पर पाकिस्तान के फैसले की निंदा की
अमृतसर13 मिनट पहले
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पाकिस्तान स्थित श्री करतारपुर साहिब
- करतारपुर साहिब गुरुद्वारा के प्रबंधन की जिम्मेदारी पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से छीनी
- भारत में हो रहा पाकिस्तान के इस फैसले का विरोध, एसजीपीसी और डीएसजीएमसी ने की कड़ी निंदा
श्री करतारपुर साहिब को लेकर पाकिस्तान ने अब एक नई चाल चली है, जिसका भारत में विरोध किया जा रहा है। दरअसल, पाक सरकार ने फैसला लिया है कि श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारा का प्रबंधन अब पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (पीएसजीपीसी) नहीं देखेगी। बल्कि इसकी जिम्मेदारी अब ईटीपीबी (Evacuee Trust Property Board) को सौंपी गई है।
वहीं शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लौंगोवाल ने पाकिस्तान के इस फैसले की कड़े शब्दों में निंदा की है। एसजीपीसी अध्यक्ष का कहना है कि पाकिस्तान की सरकार ने गलत फैसला लिया है। इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए। करतारपुर साहिब का प्रबंधन पीएसजीपीसी ही देख सकती है। क्योंकि वह सिख संगत की भावनाओं और करतारपुर साहिब के महत्व को अच्छे से समझती है।
मुझे लगता है कि केवल पीएसजीपीसी गुरुद्वारा करतारपुर साहिब का प्रबंधन कर सकता है क्योंकि वे उस स्थान की गरिमा और संस्कृति को समझते हैं। मैं पाक सरकार से अनुरोध करता हूं कि वह अपना फैसला वापस ले। DSGMC के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा पाक राजदूत से मिलेंगे और उन्हें हमारा पत्र सौंपेंगे: SGPC के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल https://t.co/tKw20eCVaV pic.twitter.com/cPDFT2KGlp
– एएनआई (@ANI) 5 नवंबर, 2020
विदेश मंत्रालय ने पत्र जारी करके निंदा की
विदेश मंत्रालय, भारत सरकार ने भी श्री करतापुर साहिब के प्रबंधन को लेकर लिए गए पाकिस्तान सरकार के फैसले की निंदा की है। मंत्रालय की ओर से जारी पत्र जारी करके कहा गया है कि पाकिस्तान का फैसला सिख संगत की आस्था और धार्मिक भावनाओं के खिलाफ है। इस तरह के फैसले पाकिस्तान सरकार की पोल खोलते हैं। इन हरकतों से पाकिस्तान का असली चेहरा दुनिया के सामने उजागर होता है।
की भावना के विरुद्ध, अत्यधिक निंदनीय #KaratarpurSahib सिख समुदाय के गलियारे और धार्मिक भावनाएं। इस तरह की हरकतें पाकिस्तान सरकार की असलियत को उजागर करती हैं …: गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के प्रबंधन और रखरखाव को स्थानांतरित करने के बारे में रिपोर्टों पर MEA का बयान pic.twitter.com/E5avywUmkk
– एएनआई (@ANI) 5 नवंबर, 2020
डीएसजीएमसी ने फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी पाकिस्तान के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। सिरसा ने कहा कि पाकिस्तान ने गुरुद्वारे का प्रबंधन एक सिख संगठन से छीनकर आईएसआई के संगठन ईटीपीबी को सौंपकर गलत किया है।
यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पाकिस्तान कैबिनेट ने गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर के प्रबंधन को पाकिस्तान गुरुद्वारा कमेटी से एक ISI संगठन ETPB को सौंप दिया है, जो एक सिख संगठन है। एक गैर-सिख निकाय ऐतिहासिक गुरुद्वारा को नियंत्रित करेगा: DSGMC अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा pic.twitter.com/P1mjLc9e1d
– एएनआई (@ANI) 5 नवंबर, 2020
550वें प्रकाश पर्व पर श्रद्धालुओं के लिए खुला था करतारपुर साहिब
पाकिस्तान ने श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारा श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व पर भारतीय श्रद्धालुओं के लिए खोला था। इसके लिए भारत और पाकिस्तान के बीच एक कॉरिडोर का निर्माण किया गया था। जिसका उद्घाटन भारत की तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। पाकिस्तान की तरफ कॉरिडोर का उद्घाटन प्रधानमंत्री इमरान खाना ने किया था। कोरोना महामारी की वजह से मार्च महीने से कॉरिडोर बंद है, जिसे अभी तक खोला नहीं गया है।
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