[ad_1]
अमृतसर6 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
- टेंडर निकाल दिए गए और अभी तक फाइनांशियल बिड खुलनी बाकी
ग्रीन ट्रिब्यूनल एवं प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की निर्देश पर गुरु नानक देव अस्पताल में सीवरेज सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की तैयारियां शुरू हैं। टेंडर निकाल दिए गए हैं और अब फाइनांशियल बिड खुलनी बाकी है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि अस्पताल का वेस्ट और गंदा पानी ट्रीट होकर पार्क और बाग-बगीचों में इस्तेमाल किया जाएगा।
अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. जेपी अत्री ने बताया कि अस्पताल तथा सरकारी मेडिकल कॉलेज के वेस्ट पानी को अभी तक सीवरेज में डाला जाता रहा है, जो पर्यावरण के नजरिए से सही नहीं है, क्योंकि पानी में तरह-तरह की बीमारियों के वायरस, वैक्टीरिया, कैमिकल शामिल होते हैं।
सीवरेज में जाने के बाद पानी जहां-जहां जाता है वहां-वहां असर छोड़ता है। इसी को देखकर गंदे पानी से निपटने के लिए 1.5 करोड़ का प्रोजेक्ट अस्पताल कैंपस में स्थापित होने जा रहा है। एमएस ने बताया कि प्लांट के शुरू होने से अस्पताल के सीवरेज के जरिए बहने वाला हजारों लीटर पानी बचाया जाएगा। कुछ दिन में कंस्ट्रक्शन वर्क शुरू होगा।
प्लांट से सीवरेज का पानी दोबारा इस्तेमाल में लाकर इसे अस्पताल के पार्क और पेड़-पौधों में इस्तेमाल होगा, जबकि आग बुझाने के लिए भी स्टोर किया जाएगा। अस्पताल में सीवरेज के ब्लॉकेज की दिक्कत भी कई बार आती है। ऐसे में सीवरेज जाम की समस्या का हल निकलेगा। अस्पताल के वार्ड में टॉयलेट की पाइपलाइन भी ब्लॉक नहीं होगी। वहीं, सीवरेज का गंदा पानी भी जमा न होने से अस्पताल कैंपस में ही इंफेक्शन का खतरा टलेगा।
[ad_2]
Source link