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फिरोजपुर झिरका16 घंटे पहले
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फाइल फोटो
गांव हसनपुर बिलोंडा के रहने वाले एक व्यक्ति ने पुलिस को शिकायत देकर एक ऑनलाइन एप चलाने वाले संचालक पर उसके बच्चे के नाम पर साढ़े सात लाख रुपए का लोन निकलवाकर जालसाजी व धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर एप चलाने वाली कंपनी के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है।
अब्दुल सत्तार ने पुलिस को शिकायत दी कि उसका बच्चा एक सरकारी स्कूल में 10वीं कक्षा में पढ़ता है। लॉकडाउन के दौरान उसके अध्यापकों ने उसे टॉपर नाम के एक एप को डाउनलोड करवाकर उससे मुफ्त शिक्षा हांसिल करने को कहा था। बच्चे इस एप के माध्यम से करीब 15 से 20 दिनों तक बड़ी आसानी से पढ़ाई की। इसी दौरान एप के एक कर्मचारी ने उसे फोन कर बताया कि वो उसके बच्चे का टेस्ट लेना चाहते हैं। टेस्ट लेने के लिए कंपनी के कर्मचारी उनके घर आए और टेस्ट लेने के उपरांत उसके सभी दस्तावेज अपने साथ ले गए। इसी दौरान उसे एक नामी फाइनेंस कंपनी से मैसेज आया कि उसके बच्चे का लोन अप्रूवल हो गया है। पीड़ित ने बताया कि उसने अपने बच्चे के लिए न तो कहीं लोन के लिए एप्लाई किया था और नहीं कभी लोन लिया। लेकिन बैंक जाने पर मालूम हुआ कि उसके बच्चे के नाम पर लाखों रुपए का लोन लिया गया है। पीड़ित ने होशियारी से काम लेते हुए एप चलाने वाली कंपनी के एक कर्मचारी को अपने यहां यह कहकर बुला लिया कि वो अन्य बच्चों का भी एडमिशन आपकी संस्था में करवाना चाहते हैं। कंपनी कर्मचारी जैसे ही उनके यहां पहुंचा तो उनके द्वारा पुलिस को सूचना दी गई जिसके उपरांत पुलिस ने आरोपित से सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारे मामले का खुलासा कर दिया। जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर सीताराम ने बताया कि आरोपित पर मामला दर्ज कर जांच पड़ताल की जा रही है।
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