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हरिपुरधार13 दिन पहले
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खेतों में काम करतीं महिलाएं
उपमंडल राजगढ़ के करगाणू पंचायत के तहत पलाषला गांव की महिलाओं ने स्वयं सहायता समूह का गठन करके पारंपरिक खेती-बाड़ी से आर्थिक में भारी सुधार लाकर मिसाल कायम की है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत वर्ष 2014 में महिलाओं ने शिवाजी स्वयं सहायता समूह का गठन किया। समूह का मुख्य उद्देश्य उन्नत किस्म की सब्जियां उगाकर अपने गांव की आर्थिकी को सुधारना था।
समूह के गठन के बाद विकास खण्ड राजगढ़ द्वारा वर्ष 2014-15 में समूह को हिमाचल प्रदेश सहकारी बैंक सीमित यशवंतनगर से 1 लाख 50 हजार रुपए का ऋण उपलब्ध करवाया गया था| जिससे समूह ने सब्जियों के उन्नत बीज खरीद कर विभिन्न प्रकार की सब्जियां तैयार की तथा इन सब्जियों की बिक्री से अच्छे दाम मिलने से समूह को अच्छा लाभ भी हुआ।
आमदनी अच्छी होने से समूह द्वारा बैंक से लिए गए ऋण की राशि को ब्याज सहित समय पर जमा भी किया गया। इसी प्रकार, वर्ष 2016-17 में समूह ने दोबारा बैंक से 2 लाख रुपए का ऋण सब्जी उत्पादन के लिए लिया और इस ऋण राशि को भी ब्याज सहित निर्धारित समय पर वापिस किया गया। इसके पश्चात वर्ष 2018-19 में तीसरी बार बैंक से 2 लाख 80 हजार रुपये का ऋण सब्जी उत्पादन के लिए लिया और उन्नत किस्म के सब्जियों के बीज खरीद कर सब्जियाॅं तैयार कर अच्छी आय अर्जित की गई और समूह द्वारा बैंक से ली गई इस ऋण राशि को भी समय पर जमा किया गया।
खण्ड विकास अधिकारी राजगढ़ रमेश शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत जिला सिरमौर के विकास खण्ड राजगढ़ की पंचायत के पलाशला गांव के शिवजी स्वयं सहायता समूह पलाशला को अब तक 6 लाख 30 हजार रुपए के ऋण सस्ती ब्याज दरों पर बैंक के माध्यम से विभिन्न कृषि उत्पाद व अन्य गतिविधियों के क्रियान्वयन के लिए उपलब्ध करवाई गई है।
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