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बठिंडा10 घंटे पहले
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बठिंडा जिले में पराली जलाने की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है। इसके चलते प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है। जिले में अब तक 2 हजार से अधिक पराली जलाने के मामले सामने आ चुके हैं।
रविवार को पराली जलने के बाद अवशेष शहर में गिरते रहे जिन्होंने थर्मल की राख बठिंडावासियों को दोबारा याद करवा दी।
इससे जहां शहर में विजिबिलिटी कम हो गई वहीं पीएम 2.5 और एयर क्वालिटी इंडेक्स सुबह न्यूनतम 87 से शाम को अधिकतम 324 के स्तर तक पहुंच गया है। यह खतरनाक स्तर की रेंज में पहुंच गया है।
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