Post office Saving Scheme: अगर आप भी सरकार की छोटी बचत योजनाओं जैसे पीपीएफ (PPF), सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) और किसान विकास पत्र (KVP) आदि में निवेश करते हैं तो यह खबर आपको खुश कर देगी। आरबीआई (RBI) की तरफ से रेपो रेट में इजाफा किये जाने के बाद सभी बैंकों ने एफडी पर ब्याज दर बढ़ाई है। लेकिन छोटी बचत योजनाओं पर सरकार की तरफ से किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया। जल्द ही उम्मीद की जा रही है कि सरकार इन बचत योजनाओं पर भी ब्याज दर बढ़ाने का ऐलान करेगी।
ब्याज बढ़ाने की उम्मीद
सरकार की तरफ से 31 मार्च को स्मॉल सेविंग्स स्कीम (SSS) पर मिलने वाले ब्याज की समीक्षा की जाएगी और बाद में इसे बढ़ाने का ऐलान किया जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि इस बार पीपीएफ (PPF), सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), किसान विकास पत्र (KVP) और पोस्ट ऑफिस की बचत योजना से जुड़ी सेविंग स्कीम पर ब्याज बढ़ाया जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि आने वाली तिमाही के लिए ब्याज दर की समीक्षा की जाएगी।
ब्याज दर का बढ़ाया जाना जरूरी
बाजार की मौजूदा स्थितियों को देखकर ब्याज दर का बढ़ाया जाना जरूरी है। इसलिए इस बार पीपीएफ (PPF), सुकन्या समृद्धि योजना पर ब्याज दर को रिवाइज करने की चर्चा चल रही है। वित्तीय वर्ष 2021-22 की शुरुआत में कुछ सेविंग स्कीम पर ब्याज बढ़ाया गया था। लेकिन कुछ पर स्थिर रखा गया था। पिछले दिनों ईपीएफओ की तरफ से ब्याज दर बढ़ाने का ऐलान किया गया है।
31 मार्च को समीक्षा होगी
सूत्रों का दावा है कि छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज पर 31 मार्च को समीक्षा होगी। वित्त मंत्री की तरफ से 1 अप्रैल-30 जून तक मिलने वाली ब्याज दर का ऐलान किया जाएगा। जानकारों को उम्मीद है कि ब्याज दर में 10-20 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की जा सकती है। बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम और पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (Post office MIS) में बदलाव किया था। इसके बाद अब PPF, NSC और सुकन्या समृद्धि में बदलाव की उम्मीद की जा रही है।
छोटी बचत योजनाओं पर सरकार की तरफ से तिमाही आधार पर ब्याज की समीक्षा की जाती है। महंगाई दर, बैंक की ब्याज दर के हिसाब से ब्याज दर की समीक्षा की जाती है। वित्त मंत्रालय की तरफ से इन ब्याज दरों को तय किया जाता है और वहीं नोटिफाई करता है। आपको बता दें फिलहाल पीपीएफ पर 7.1% सालाना के हिसाब से और सुकन्या समृद्धि पर 7.6% के हिसाब से ब्याज मिल रहा है।