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- बिहार एग्जिट पोल के बाद साइलेंट मोड में राजनीतिक पार्टी के कार्यालय; बिहार चुनाव अपडेट
पटना43 मिनट पहले
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रिजल्ट से पहले सरकारी आवास पर सन्नाटा।
- नीतीश-तेजस्वी किसी से मिल नहीं रहे, पार्टी दफ्तरों में भी छायी है वीरानी
- एग्जिट पोल पर सारे मौन, मीडियाकर्मियों के शॉट्स के लिए ही आ रही मिठाई
1 अणे मार्ग…सन्नाटा! नीतीश कुमार किसी से मिल नहीं रहे। 1 पोलो रोड…सन्नाटा! तेजस्वी यादव यहां नहीं हैं। 10 सर्कुलर रोड…सन्नाटे को तोड़ती जेसीबी घुसी। राबड़ी देवी के आवास में दीपावली की तैयारी। पार्टियों के दफ्तर वाले वीरचंद पटेल पथ पर भी होली के अगले दिन जैसी वीरानी। बस, मीडियाकर्मियों का आना-जाना और इन्हीं के विजुअल-शॉट्स के लिए कुछ कार्यकर्ता मिठाई वगैरह ला रहे। मतदान के तीसरे और अंतिम चरण के अगले दिन की यह स्थिति है। वजह वोटिंग की थकान नहीं, एग्जिट पोल हैं। किसी भी एग्जिट पोल को कोई मन से मानने के लिए तैयार नहीं।
आवास से बाहर नहीं निकल रहे हैं तेजस्वी
ज्यादातर एग्जिट पोल तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार साफ-साफ दिखा रहे हैं। इसलिए, जो थोड़ी-बहुत गहमागहमी है, वह तेजस्वी यादव और राजद के आसपास ही है। तेजस्वी यादव ने भी रविवार को पूरी तरह छुट्टी ले रखी है। आवास से ही बाहर नहीं निकल रहे। कार्यकर्ता कई राउंड घूम गए कि मिल लें, लेकिन नहीं मिले। हां, निर्देश जरूर अंदर से आ रहा है कि परिणाम के बाद संयम बरतें राजद के कार्यकर्ता। 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास में लालू प्रसाद का पूरा परिवार जुटा है। यहां 9 नवंबर को तेजस्वी यादव के बर्थडे से ज्यादा 10 नवंबर के चुनाव परिणाम को लेकर चर्चा है। इस बीच दीपावली को लेकर तैयारियों के लिए जेसीबी मशीन अंदर आई है, परिसर में कुछ काम करना है।
एग्जिट पोल पर चर्चा
मुख्यमंत्री आवास में जदयू सांसद ललन सिंह, राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह, मंत्री अशोक चौधरी जैसे ही चुनिंदा लोग ही बतिया रहे। नीतीश कुमार इनके अलावा किसी से मिल भी नहीं रहे। यह बड़े नेता भी न तो उदास हैं और न ही उत्साहित। हां, किसी एग्जिट पोल पर भरोसा नहीं है- यह जरूर चर्चा कर रहे हैं। इधर, भाजपा दफ्तर से नेताओं तक के आवास में वीरानी छाई है। गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय दिल्ली लौट चुके हैं। लोजपा प्रमुख चिराग पासवान भी फिलहाल शांत मुद्रा में हैं। एयरपोर्ट रोड पर लोजपा का दफ्तर भी शांत है। कांग्रेस के सदाकत आश्रम में कोई गतिविधि नहीं दिख रही, लेकिन सरकार आने की संभावना देखकर कुछ नेता पार्टी दफ्तर आ-जा जरूर रहे हैं।
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