Police officer death: गुरुवार की दोपहर माहुलझिर थाना में पदस्थ एक एएसआई हिट एंड रन का शिकार हो गए और उनकी मौत हो गई. हादसा उस वक्त हुआ जब वे न्यूटन चौकी से बिना पैसे दिए डीजल डलवाकर भाग रहे एक चौपहिया वाहन बुलेरो को रोकने के लिए चैक प्वाईंट पर मौजूद थे. हादसे के बाद वाहन चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस घटना पर प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शोक जताया है. उन्होंने दुख जताते हुए कहा है कि वीर पुलिसकर्मी को शहीद का दर्जा, परिवार को श्रद्धा निधि के रूप में 1 करोड़ की राशि और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार माहुलझिर थाने को इस बात की सूचना दी गई थी कि एक बोलेरो वाहन न्यूटन से डीजल भरवाकर बिना पैसे दिए भाग रहा है. इस बात की खबर माहुलझिर थाने में दी गई, वहां पर गाड़ी को रोकने के लिए चैक प्वाइंट लगाए गए थे. तेज रफ्तार से आ रहे बोलेरो वाहन ने इस चैक प्वाइंट को टक्कर मारी, इस दौरान पास खडे़ एएसआई नरेश शर्मा भी इसकी चपेट में आ गए. इस हादसे में वे बुरी तरह जख्मी हो गए. टक्कर मारकर भाग रहा बोलेरो वाहन भी अनियंत्रित होकर कुछ दूरी पर जाकर पलट गया.
घायल एएसआई को पहले तामिया फिर छिंदवाड़ा रेफर किया
वहां मौजूद लोगों ने ड्राइवर को बाहर निकाला और पुलिस के हवाले कर दिया. वाहन को पुलिस ने जब्त कर लिया है. उधर घायल एएसआई को पहले तो तामिया अस्पताल लाया गया जहां पर उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें छिंदवाड़ा के निजी अस्पताल में पहुंचाया गया. कुछ देर बाद उन्होंने दम तोड़ दिया.
टोल नाके को भी पहुंचाई थी क्षति
इस बोलेरो चालक ने तामियां और मटकुली के बीच स्थित टोल नाके को भी क्षति पहुंचाई, इसके बाद माहुलझिर पुलिस ने तत्काल बेरियर लगा दिया था. यहां उल्लेखनीय है कि यदि वाहन बिना पैसे दिए पेट्रोल पंप से भाग रहा था तो न्यूटन से माहुलझिर तक तामिया और देलाखारी थाने भी पड़ते हैं जिन्होने इसे रोकने का कोई प्रयास नहीं किया. सूत्रों का कहना है कि पुलिस तब हरकत में आई जब बोलेरो वाहन ने टोल को क्षति पहुंचाई. बताया जा रहा है कि एएसआई नरेश शर्मा ने इसे रोकने का प्रयास किया, लेकिन वे इस दौरान अपनी जान गंवा बैठे. पुलिस ने चालक के खिलाफ हत्या का और हिट एंड रन का मामला कायम किया है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि चालक के खिलाफ के सख्त कार्रवाई की जाएगी.
जानकारों का मानना है कि जिस रफ्तार से चालक भाग रहा था वह होशंगाबाद वाले इलाके में पहुंचना चाहता था, यही वजह थी कि वह बिना रुके वाहन चला रहा था. स्थानीय नागरिकों का कहना है कि हो सकता है कि उसके इरादे जिले की सीमा के पार पहुंचने के हो. हालांकि अभी पुलिस इस मामले में पूछताछ कर रही है. पुलिस के अनुसार चालक शराब का सेवन भी किए हुए था. उसने देलाखारी के पास एक गाय को भी टक्कर मारी थी, जिसको लेकर वहां के लोगों ने उसे आवाज लगाई लेकिन वह भाग निकला. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हिट एंड रन के मामले में जिले में पहली बार किसी पुलिस अफसर की मौत हुई है. इस मामले में चालक पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. चालक पर पूर्व में कुछ मामले भी दर्ज होने की बात कही जा रही है. इस लिहाज से भी पुलिस कार्रवाई कर रही है.
पुलिस लाईन में दी श्रद्धांजलि
एएसआई नरेश शर्मा को पुलिस लाईन में पूरे सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी गई. सलामी के साथ उन्हें सम्मान दिया गया. इस दौरान जिला कलेक्टर मनोज पुष्प और पुलिस अधीक्षक विनायक वर्मा मुख्य रुप से मौजूद थे. उन्होने भी पुष्प चक्र के साथ शहीद हुए एएसआई को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके अलावा उनके परिजनों को सहायता राशि के चैक भी दिए गए. कलेक्टर मनोज पुष्प ने कहा कि इस घटना से वे आहत हैं और दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. जहां तक शहीद हुए एएसआई के परिजनों का सवाल है तो पूरा प्रशासन और पुलिस महकमा उनके साथ है. उनकी हर संभव मदद की जाएगी. पुलिस लाईन में मौजूद अन्य पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी शहीद एएसआई को श्रद्धा सुमन अर्पित किए.
ईमानदार छबि के थे शहीद शर्मा
एएसआई नरेश शर्मा की उम्र 59 साल थी. वे नरसिंहपुर गाडरवाड़ा के रहने वाले थे. वे तकरीबन 35 सालों से पुलिस महकमे में सेवाएं दे रहे थे. उन्होंने जिले के विभिन्न थानों में अपनी सेवाएं दीं. श्री शर्मा अपनी ईमानदार छबि के तौर पर जाने जाते थे. उनकी पत्नी सहित एक बेटा और बेटी है. परिवार में खबर मिलते ही मातम पसर गया. शव का पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद उसे परिजनों को सौंपा गया. पुलिस अधिकारियों ने मृतक एएसआई के परिजनों से चर्चा कर उन्हें ढांढस बंधाया.