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जयपुर14 मिनट पहले
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मृतक की शिनाख्त अजीत कुमार के रुप में हुई है। वह मूल रुप से भरतपुर का रहने वाला था।
- जयपुर में चांदपोल स्थित शहर पुलिस लाइन में परेड ग्राउंड की घटना
- सुसाइड की वजह पता नहीं चली, छुटि्टयां नहीं मिलने से गांव भी नहीं गया था
जयपुर में एक पुलिस कमांडो का शव रविवार सुबह परेड ग्राउंड में सीढ़ियों पर लगी रेलिंग से लटकता मिला है। घटना चांदपोल स्थित रिजर्व पुलिस लाइन के पीछे बने परेड ग्राउंड की है। सुबह व्यायाम करने पहुंचे पुलिस के जवानों ने कांस्टेबल का शव देखा। इसके बाद पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारी मौके पर पहुंचे। फिलहाल, ये हत्या है या खुदकुशी यह साफ नहीं है। घटनास्थल के आसपास सुसाइड नोट भी नहीं मिला है।
भरतपुर का रहने वाला था अजीत, 2015 में राजस्थान पुलिस में हुआ था भर्ती
जानकारी के मुताबिक मृतक की शिनाख्त अजीत कुमार के रूप में हुई है। वह मूल रूप से भरतपुर का रहने वाला था। 2015 में राजस्थान पुलिस में भर्ती हुआ था। वह कमांडो ट्रेनिंग कोर्स कर चुका था। फिलहाल उसकी ड्यूटी चांदपोल पुलिस लाइन में ही थी। वहीं बैरक में रहता था।
कांस्टेबल अजीत कुमार, जिसका शव शहर पुलिस लाइन के परेड ग्राउंड में रविवार को रैलिंग से लटकता मिला
कुछ दिनों से था परेशान, अगले महीने होनी थी शादी
बताया जा रहा है कि वह पिछले कुछ दिनों से परेशान चल रहा था। सूत्रों के मुताबिक इसके पीछे एक वजह यह भी थी कि लंबे वक्त से अजीत को छुटि्टयां नहीं मिल पा रही थी। ऐसे में वह लंबे वक्त से गांव परिजनों के पास भी नहीं गया था। पुलिस को मौके पर एक मोबाइल फोन, मास्क और दही रखा मिला है। अभी तक यह भी बात सामने नहीं आई कि अजीत कब परेड ग्राउंड पहुंचा। उसने सफेद रंग का कपड़ा कहां से लिया। पुलिस अधिकारी इसकी जानकारी जुटा रहे हैं। यह भी सामने आया है कि अजीत की अगले माह दिसंबर में शादी होनी थी।
सुबह पुलिस के जवान की मौत, दोपहर बाद छुटि्टयों पर लगा बैन हटाया
वहीं, कांस्टेबल अजीत की खुदकुशी का मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंचा। इसके बाद कमिश्नरेट के पुलिस अधिकारियों ने अवकाश पर लगा रखा बैन हटा लिया। बताया जा रहा है कि लगातार लॉ एंड ऑर्डर ड्यूटी, कोरोना महामारी और चुनावों की वजह से पुलिस कार्मियों को सामान्य कामकाज पर छुट्टी नहीं दी जा रही थी। अफसरों ने निर्देश दिए कि जरुरत पड़ने पर पुलिस कार्मिकों को छुटि्टयां प्रदान कर दी जाएं।
परीक्षा देने आए भाई को बैरक में ठहराकर खाना खिलाया था
जानकारी में सामने आया कि शनिवार रात को अजीत का भाई और उसके साथी जयपुर में पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा देने आए हुए थे। तब अजीत उन्हें बैरक में लेकर गया था। वहीं ठहरा कर खाना खिलाया। इसके बाद अजीत अपने भाई से कहकर गया कि तुम लोग सो जाओ। मैं कुछ देर में वापस आ रहा हूं। इसके बाद अजीत ने फंदा लगा लिया।
पुलिस मुख्यालय ने शुरु की थी अवसाद व तनाव से निजात के लिए हैल्पलाइन सेवा
गौरतलब है कि पुलिस की लंबी ड्यूटी की वजह से कार्मिकों में पनप रहे अवसाद और तनाव से निजात पाने के लिए पुलिस प्लानिंग एंड वेलफेयर विभाग के द्वारा राजस्थान पुलिस मुख्यालय में ही एक हेल्पलाइन सेंटर शुरु किया था। जिसमें सुबह 10 बजे से शाम 5:30 बजे तक पुलिसकर्मी, उनके परिजन फोन करके अपनी पीड़ा जाहिर कर सकते है। तनाव से निजात पाने के लिए उपचार पूछ सकते है। लेकिन इस बीच अजीत की दर्दनाक मौत की खबर सामने आ गई।
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