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- पुलिस ने एक ग्राहक बन गया, 2 हजार का नेट दिया, 4 हजार की एक मुद्रा ली, 6 को गिरफ्तार किया गया, पुलिस ने एक नकली मुद्रा, कंप्यूटर और 5.47 लाख का प्रिंटर जब्त किया
पटियाला3 घंटे पहले
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- किराए पर काेठी लेकर 2 साल से चला रहे थे जाली करंसी बनाने का धंधा
- जमानत पर आने से पहले जेल में बनाई आरोपियों ने योजना
पंजाबी यूनिवर्सिटी के सामने प्रोफेसर कॉलोनी के पास गांव नसीरपुर में किराए की काेठी लेकर नौजवान जाली करंसी बनाने का धंधा चला रहे थे। सूचना के बाद पुलिस ने टीम बनाका एक मुलाजिम को भेजा। आरोपियों काे 2 हजार रुपए दिए और बदले में 4 हजार रुपए की नकली करंसी ली।
उसके बाद पुलिस ने मौके पर रेड कर छह आरोपियों को दबोचा। उनका एक साथी भागने में सफल रहा। पुलिस ने आरोपियों से 5.47 लाख की जाली करंसी, एक कंप्यूटर, प्रिंटर बरामद किया। आरोपियों के खिलाफ थाना सदर में केस दर्ज किया। जाली करंसी का धंधा चलाने वालों में पुराने शातिर शामिल हैं। उन पर पहले भी जाली करंसी बनाने व बेचने का केस दर्ज है। एसएसपी विक्रमजीत दुग्गल ने बताया कि गांव नसीरपुर में किराए के मकान में जाली करंसी बनाने की सूचना मिली थी।
एस-पी सिटी वरुण शर्मा की अगुवाई में टीम बनाकर मौके पर रेड कर 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर किया है। आराेपियाें में सतनाम सिंह उर्फ रिंकू, गुरदीप सिंह गुरजीत सिंह उर्फ जीती, यशपाल, अमित कुमार उर्फ अमन, इशांक भूरा से 2.93 लाख रुपए की जाली करंसी। 2.16 लाख के एक साइड से छपे हुए, 38 हजार 400 रुपए के दोनों साइड से छपे हुए जिनकी कटिंग बाकी थी बरामद किए गए हैं। आराेपियाें काे अदालत में पेश कर दाे दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया है। एसएसपी ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ के दौरान माना कि तरसेम लाल, गुरदीप सिंह, सतनाम सिंह साल 2019 में जेल के बंद थे। जिन्हाेंने मिलकर जेल के अंदर ही आरोपियों ने आपस में मिलीभगत करके जमानत पर बाहर आने के बाद करंसी बनाने का काम शुरू किया। जो कि आरोपी 6 महीने पहले जमानत पर बाहर आए थे। अनलॉक होने के बाद करीब 2 महीने से कोठी किराए पर लेकर जाली करंसी बनाने का काम कर रहे थे।
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने ऐसे लगाया ट्रैप
एसएसपी दुग्गल ने बताया कि सूचना के आधार पर एसपी सिटी वरुण शर्मा की देखरेख में इंचार्ज पीओ स्टाफ सहायक थानेदार गुरदीप सिंह, इंचार्ज नारकोटिक्स सेल सहायक थानेदार पवन कुमार की टीम को तैयार किया गया जिसमें थानेदार नरेंद्र सिंह को 2 हजार रूपए का असली नोट देकर सिंपल कपड़ों में ग्राहक बनाकर आरोपियों के ठिकाने पर भेजा गया। आरोपी गुरदीप सिंह ने असली 2 हजार रूपए का नोट लेकर 4 हजार रूपए की जाली करंसी थानेदार नरेंद्र सिंह को दी जिसके बाद रेड कर आरोपियों को दबोचा।
जाली करंसी को असली बता मार्केट में चलाते थे
एसएसपी दुग्गल ने बताया कि जाली करंसी को बाजार में दुकानदारों के पास असली करंसी बता चलाने के लिए आरोपी यशपाल, अमित कुमार, इशांक भूरा अपने पक्के ग्राहकों को करंसी देते थे। आरोपी गुरदीप सिंह और सतनाम सिंह उर्फ रिंकू ने पूछताछ दौरान माना कि उनके खिलाफ पहलें थाना घग्गा में जाली करंसी बनाने का केस दर्ज हैं।
पहले भी जिले में आ चुके हैं जाली करंसी चलाने के केस
इससे पहले भी जिले में जाली करंसी चलाने के मामले सामने आए थे, अब पुलिस पता लगा रही है कि कहीं इस आरोपियों का पुराने केसों से कोई संबंध तो नहीं है।
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