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- पीट स्कूटी से भिखारी के पास जा रही थी, रास्ते में दुर्घटना हुई, बुजुर्ग महिला खलरा में लगी आग में झुलस गई, झुलसने से 90% मौत
भिखीविंड17 घंटे पहले
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- खेत में आग लगाने वाले किसान पर पुलिस ने 8 घंटे बाद भी दर्ज नहीं किया केस
तरनतारन के थाना खालड़ा के तहत आते गांव वीरम में शनिवार सुबह स्कूटी सवार युवक और बुजुर्ग महिला खेतों में लगी पराली की आग की चपेट में आ गए। हादसे में महिला 90% प्रतिशत झुलस गई। उसे अस्पताल ले जाया गया, मगर शाम के समय उसने दम तोड़ दिया। मृतक महिला का पोता भी आग में झुलस गया, जबकि स्कूटी जलकर राख हो गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने स्कूटी को कब्जे में ले लिया, मगर पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ देररात तक केस दर्ज नहीं किया गया। जानकारी के अनुसार संबंधित किसान की सियासी हलकों में अच्छी पैठ है, जिस कारण पुलिस उसके खिलाफ कुछ भी बोलने का तैयार नहीं। पुलिस-प्रशासन की इसी ढील के कारण दिन-ब-दिन पराली जलाने की घटनाएं बढ़ रही है। जब इस संबंध में एसएचओ नरिंदर सिंह से पराली को आग लगाने वाले किसान पर कार्रवाई के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
दादी-पोता स्कूटी छोड़ भागे, मगर पीछे से आग ने चपेट में लिया, पोता 5% झुलसा, स्कूटी राख
जानकारी के अनुसार गांव वीरम का रहने वाला 20 वर्षीय लवप्रीत सिंह अपनी दादी मनजीत कौर के साथ अपने गांव से भिखीविंड जा रहा था। जब वह गांव से बाहर खेतों में पहुंचा तो एक किसान ने अपने खेत में अाग लगा दी। यह खेत सड़क के बिलकुल साथ है। इससे पहले कि लवप्रीत कुछ समझ पाता आग के धुएं ने उन्हें घेर लिया। उसने किसी तरह स्कूटी निकालने की कोशिश की, मगर धुएं के कारण वह बाहर निकलने के बजाय खेतों में जा पहुंचा। इस बीच पीछे से आग की लपटों बड़ी तेजी से उनकी ओर बढ़ीं।
लवप्रीत ने बताया कि आग से बचने के लिए उसने स्कूटी वहीं छोड़ी दी और दादी के साथ आग की विपरीत दिशा में भागने लगे, मगर दादी और उसे आग ने अपनी चपेट में लिया। वह किसी तरह खेतों से बाहर निकलने में कामयाब हो गया, जबकि दादी वहीं फंस गई। उसने शोर मचाया तो राहगीरों ने इकट्ठे होकर आग बुझाई और दादी को बाहर निकाला। तब तक दादी 90% झुलस गई थी, जबकि वह भी कई जगह से झुलस गया। लवप्रीत और मनजीत कौर को भिखीविंड के निजी अस्पताल पहुंचाया गया। मनजीत की हालत गंभीर होने के कारण उसे पहले सुरसिंह सरकारी अस्पताल फिर अमृतसर रैफर कर दिया गया, मगर अमृतसर पहुंचने के बाद शाम समय मनजीत की मौत हो गई। हादसे में स्कूटी जलकर राख हो गई। थाना खालड़ा की पुलिस ने स्कूटी को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी।
नवंबर के 7 दिनों में तरनतारन के 541 तो अमतसर के 257 खेतों में आग
प्रशासन की सख्ती के बावजूद किसानों की ओर से रोजाना पराली जलाई जा रही है। नवंबर के 7 दिनों में अमृतसर में खेतों में आग लगने के 257 मामले रिपोर्ट हुए, वहीं तरनतारन में यह आकंड़ा 541 रहा। 7 नवंबर को तरनतारन में 88, जबकि अमृतसर 40 खेतों में आग लगाई गई।
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