Parenting tips: बच्चों की अच्छी परवरिश आसान काम नहीं. यह माता-पिता की एक ऐसी जिम्मेदारी है, जो एक मासूम बच्चे को सफल इंसान बनने में मदद करती है. परवरिश में थोड़ी सी लापरवाही बच्चों के भविष्य को बिगाड़ सकती है और उन्हें कमजोर बना सकती है. ऐसे में सही उम्र में बच्चों को जरूरी चीजों सिखा देना माता-पिता की जिम्मेदारी होती है. बच्चे अगर टीन एज में प्रवेश कर रहे हैं तो उन्हें कुछ ऐसे काम जरूर सिखा देना चाहिए, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़े और वे खुद पर भरोसा करना सीखें. अगर आप उन्हें 16 साल की उम्र से पहले कुछ अच्छी और जरूरी काम सिखा दें तो वह ना केवल आत्म निर्भर बन जाते हैं, बल्कि उनमें सही निर्णय लेने की समझ भी पैदा हो जाती है. ऐसे में यहां हम आपको बता रहे हैं कि आप अपने बढ़ते बच्चों को कौन सी 5 बातें जरूर सिखा दें.
बढ़ते बच्चों को जरूर सिखा दें ये 5 बातें (Teach 5 things to children before 16)
मनी मैनेजमेंट
शीनोज के मुताबिक, अगर आपका बच्चा 15 का हो चुका है तो उसका एक बैंक अकाउंट जरूर खोल दें. उन्हें सिखाएं कि अपने स्कूल का बजट किस तरह बनाया जा सकता है, खेलकूद, यात्रा के लिए किस तरह सेविंग करें. चेक लिखना और डिपोजिट आदि जरूर सिखा दें.
कपड़े की सफाई
बच्चों को यह सिखा दें कि वे किस तरह घर वालों के कपड़े साफ कर सकते हैं, धूप में सुखाना, रंगीन कपड़े और सफेद कपड़ों की सफाई में सावधानी, दाग छुड़ाने का तरीका आदि उन्हें सिखा देना फायदेमंद होता है.
फर्स्ट एड की जानकारी
बीमार पड़ने, चोट लगने, खांसी सर्दी आदि में कौन सी दवा देनी होगी, फर्स्ट एड किस तरह करना होगा आदि की जानकारी उन्हें दें. यही नहीं, घर का सदस्य अगर बीमार है तो उसकी किस तरह देखभाल करनी है यह सब जानकारी भी आप उसे दे दें.
घर पर अकेले रहना
जब आप बच्चों को कुछ घंटे के लिए घर पर अकेले छोड़ते हैं तो इससे वे घर की देखभाल करना सीख पाते हैं और जिम्मेदार बन पाते हैं. इसलिए कभी कभी उन्हें अकेले घर पर छोड़ना शुरू कर दें. उन्हें सेफ्टी रूल भी बता दें.
अकेले ट्रैवल करना
यह वह उम्र है जब वे नई चीजों को सीखना चाहते हैं और जिम्मेदार बनना चाहते हैं. ऐसे में उन्हें घर से स्कूल जाने या स्कूल से घर तक आने के लिए किस तरह ट्रांसपोर्ट लेना है, यह जरूर सिखाएं. इस तरह वे खुद की जिम्मेदारी लेना सीखेंगे.