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नई दिल्ली11 दिन पहले
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फाइल फोटो
- दिवाली के वक्त ट्रेनों में रोज 2.8 करोड़ लोग सफर करते थे, इस बार सिर्फ 19 लाख यात्री
- पहली बार ट्रेनों में कम वेटिंग, जिस ट्रेन में ज्यादा भीड़ उसकी क्लोन ट्रेन भी चल रही है
(शरद पाण्डेय) कोरोना काल में इस बार त्योहारों के बावजूद मात्र 10 फीसदी ट्रेन चल रही हैं। रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक सामान्य दिनों में लोकल, पैसेंजर, मेल, एक्सप्रेस, राजधानी, शताब्दी और दूरंतो मिलाकर करीब 13 हजार गाड़ियों का संचालन होता था, इस बार अभी केवल 1308 ट्रेनें चल रही हैं।
रेलवे बोर्ड के एडीजी जेडी नारायन ने भास्कर को बताया कि रेलवे जरूरत के अनुसार रोजाना ट्रेनों की समीक्षा कर रहा है। दिवाली और छठ के लिए सोमवार को अतिरिक्त ट्रेनों की घोषणा की जा सकती है। सफर के लिए पर्याप्त संख्या में ट्रेनें उपलब्ध होंगी।
रेलवे ने सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए वेटिंग टिकट पर सफर की अनुमति नहीं दी है, इसलिए रेलवे विभिन्न रूटों पर 40 क्लोन ट्रेन चला रहा है, जिससे वेटिंग लंबी नहीं जा रही है। दूसरी तरफ हवाई किराया सामान्य के मुकाबले पांच गुना तक अधिक पहुंच गया है। हालांकि सरकार ने किराए पर कैपिंग लगा रखा रखी है, जिससे दूरी के अनुसार 7 श्रेणियों में किराया तय किया गया है।
एयर लाइंस को 40 फीसदी सीटें औसत किराए से कम पर बुक करनी होती हैं। बाकी 60 फीसदी सीटों का किराया तय अधिकतम सीमा तक बढ़ गया है। जिन हवाई रूटों पर अधिक किराया बढ़ा है, उनमें सबसे अधिक दिल्ली से वाराणसी का है जो करीब पांच गुना है।
दिल्ली से पटना और दिल्ली से लखनऊ का किराया करीब चार गुना अधिक हुआ है। मेकमाय ट्रिप के सीओओ विपुल प्रकाश कहते हैं कि ‘दिवाली के कारण 6 नवंबर से 16 नवंबर के बीच ट्रेनों और फ्लाइट पर बुकिंग 20 फीसदी बढ़ी है। दिल्ली, पटना और कोलकाता के लिए अभी सर्वाधिक बुकिंग हो रही है।
कोरोना ने बदला ट्रैवलिंग ट्रेंड : दिवाली के वक्त भी तेजस में सीटें खाली, यात्रियों के लिए फ्लाइट पहली पसंद
पिछली बार तेजस का किराया फ्लाइट से डेढ़ गुना ज्यादा था
लोग ट्रेन के बजाय फ्लाइट से सफर करना पसंद कर रहे हैं। यही वजह है कि दिवाली के आसपास तेजस (दिल्ली से लखनऊ) में सीटें है और डाइनमिक किराया केवल 315 रुपए है, जबकि हवाई किराया तेजस से करीब पांच गुना तक अधिक है। पिछली दिवाली तेजस का किराया फ्लाइट से डेढ़ गुना अधिक था।
21 लाख
लोग सफर करेंगे इस बार दिवाली और छठ के आसपास
1308 ट्रेन
औसतन प्रति ट्रेन 15 सौ यात्रियों के हिसाब से रोजाना 19 लाख लोगों के ट्रेन से सफर करने की उम्मीद है।
सामान्य स्थितियों में दिवाली के तीन-चार दिन पहले तक रोजाना 2.80 करोड़ यात्री ट्रेनों में होते थे।
3.25 लाख
यात्री फ्लाइट से सामान्य दिनों में और दिवाली के आसपास 3.50 लाख यात्री तक आंकड़ा पहुंचता था बीते सालों में।
2 लाख
यात्री के आसपास रहेगा इस बार काेरोना के कारण यह आंकड़ा।
त्योहारी दिनों की सबसे व्यस्त फ्लाइट्स और ट्रेनों की स्थिति
फ्लाइट में यूं किराया बढ़ा फ्लाइट वर्तमान सामान्य दिनाें में
- दिल्ली से पटना 9700 2400
- दिल्ली से वाराणसी 8000 1700
- दिल्ली से लखनऊ 7700 2000
- मुंबई से पटना 11000 4100
- दिल्ली से कोलकाता 4600 2700
- दिल्ली से रांची 9000 2700
किराया रुपए में
ट्रेनों में वेटिंग की स्थिति
- दिल्ली से लखनऊ शताब्दी- 40
- तेजस (प्राइवेट ट्रेन) वेटिंग 10
- दिल्ली से पटना- एसी 150, स्लीपर 280
- दिल्ली से वाराणसी- एसी 99, स्लीपर 143
- दिल्ली से वाराणसी वंदेभारत- 70
- दिल्ली से हावड़ा- एसी 63, स्लीपर 108
गुरुवार 29 अक्टूबर 2020 तक की स्थिति
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