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शिमला5 दिन पहले
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फाइल फोटो
- सड़क पर कहीं भी तेज रफ्तार और बिना हेलमेट चले तो कार्रवाई से नहीं बच पाएंगे
शिमला में अब ट्रैफिक पुलिस ही नहीं सीसीटीवी कैमरे और इंफ्रारेड डिवाइस से भी ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले वाहनों के चालान होंगे। सड़क पर अगर कहीं तेज रफ्तार से वाहन चलाया या बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन पर बैठे तो ऑटोमैटिक तरीके से चालान कटेंगे।
ऐसा इसलिए क्योंकि आपकी गाड़ी पर जगह-जगह लगे सीसीटीवी कैमरों और इंफ्रारेड डिवाइस (सेंसर) नजर रखेंगे और नियम तोड़ने पर इनसे ही ऑटोमैटिक सिस्टम से चालान कटेगा और इसका मैसेज आपके मोबाइल पर आ जाएगा। शिमला में बढ़ते ट्रैफिक को रेगुलेट करने के लिए पुलिस शिमला सिटी ट्रैफिक रेगुलेशन एंड मैनेजमेंट प्लान तैयार कर रही है।
इसमें ऑटोमैटिक चालान सिस्टम इंस्टॉल करने के साथ ही शिमला शहर के ट्रैफिक को रेगुलेट करने का भी खाका होगा। ट्रैफिक नियमों को तोड़ने पर अभी शिमला पुलिस के जवान मौके पर खुद चालान कर रहे हैं। मगर अब शिमला में ट्रैफिक नियमों को तोड़ने पर चालान करने के लिए पुलिस की मौजूदगी की जरूरत नहीं होगी।
यह काम अब ऑटोमैटिक तरीके से होने लगेगा। पुलिस शहर में ट्रैफिक को रेगुलेट करने के लिए शिमला सिटी ट्रैफिक रेगुलेशन एंड मैनेजमेंट प्लान तैयार कर रही है। इसमें अन्य कई पहलुओं के साथ ही ऑटोमैटिक चालान सिस्टम इंस्टॉल करने का भी है।
पूरे शहर को कवर करने के लिए करीब 100 सीसीटीवी कैमरे लगेंगे
प्रमुख जगहों पर इंस्टॉल होंगे सेंसरःशिमला सिटी ट्रैफिक रेगुलेशन एंड मैनेजमेंट प्लान के तहत शहर में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इनके साथ ही कुछ जगह पर इंफ्रारेड डिवाइस (सेंसर) भी लगाए जाएंगे, जहां पर ट्रैफिक नियम के उल्लंघन होने पर चालान कटेगा। पूरे शहर को कवर करने के लिए करीब 100 सीसीटीवी कैमरों की जरूरत रहेगी। वहीं एंट्री प्वाइंटस के साथ ही कुछ प्रमुख जगहों पर सीसीटीवी कैमरों के साथ इंफ्रारेड सेंसर या डिवाइस इंस्टॉल होंगे।
इस तरह काम करेगा सिस्टमः ऑटोमैटिक चालान सिस्टम के तहत सीसीटीवी कैमरे जहां गाड़ियों की पूरी पिक्चर लेंगे वहीं इंफ्रारेड डिवाइस या सेंसर यह चेक करेंगे कि कोई गाड़ी ओवर स्पीड तो नहीं है। अगर कोई ओवर स्पीड है तो उस गाड़ी के नंबर प्लेट को रीड कर कंप्यूटराइज्ड तरीके से चालान तैयार होगा जो कि वाहन मालिक के मोबाइल नंबर पर चला जाएगा। इसी तरह बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन को भी यह डिटेक्ट करेगा और चालान काटेगा। अगर कहीं ट्रैफिक लाइटें लगी हैं और कोई चालक ट्रैफिक लाइट को जंप करता है तो उसका चालान भी ऑटोमैटिक तरीके से होगा।
ड्रोन से भी रखी जाएगी ट्रैफिक पर नजरः शिमला सिटी ट्रैफिक रेगुलेशन एंड मैनेजमेंट प्लान के तहत ड्रोन से भी ट्रैफिक पर नजर रखी जाएगी। इसका पुलिस की ओर से कुछ समय पहले भी ट्रायल किया जा चुका है। शहर में कितने ड्रोन की जरूरत ट्रैफिक पर नजर रखने के लिए होगी और किन एरिया पर ज्यादा फोकस होगा, यह सब ट्रैफिक प्लान में रहेगा। इसके अलावा माइक्रो स्तर पर भी ट्रैफिक की प्लानिंग इसमें रहेगी।
ई-चालान सिस्टम चल रहाः हिमाचल पुलिस ई-चालान सिस्टम लागू कर चुकी है। इसके तहत अभी तक पुलिस के जवान गाड़ियों का नंबर मशीन में फीड करते हैं। इसे उस गाड़ी की पूरी डिटेल पुलिस को मिलती है। इस तरह जिस नियम का उल्लंघन किया है उसके तहत गाड़ी का चालान कर दिया जाता है। इस तरह ऑटोमैटिक चालान के लिए ई-चालान जरूरी है जो कि शिमला में शुरू किया जा चुका है।
पुलिस शिमला सिटी ट्रैफिक रेगुलेशन एंड मैनेजमेंट प्लान तैयार कर रही है। इसमें शहर में ट्रैफिक रेगुलेट करने को लेकर खाका होगा। इसके तहत ऑटोमैटिक चालान सिस्टम लागू किया जाएगा। इसके लिए शहर में बेहतर क्वालिटी के सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इस प्लान में माइक्रो स्तर पर ट्रैफिक मैनेजमेंट की प्लानिंग होगी। जल्द ही यह प्लान बनकर तैयार हो जाएगी। -मोहित चावला, एसपी शिमला
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