पेपर लीक का खुलासा और रॉकी की गिरफ्तारी
NEET पेपर लीक मामले में CBI ने एक बड़े कदम के तहत बिहार के रॉकी को गिरफ्तार किया है। रॉकी पर आरोप है कि उसने पेपर सॉल्व करवाकर उसे चिंटू को भेजा था। रॉकी को कोर्ट में पेश किया गया, जहाँ से सीबीआई को उसकी 10 दिन की रिमांड दी गई है। इससे पहले NTA ने इस मामले में अपना हलफनामा भी दायर कर दिया है।
झारखंड के केंद्र में जांच एजेंसी
पेपर लीक मामले की जांच में झारखंड को मुख्य केंद्र माना जा रहा है। सीबीआई इस मामले से जुड़े सभी पहलुओं को एकत्रित कर गहराई से जांच कर रही है। जांच एजेंसी ने राज्य सरकार से रांची के दो थानों में दर्ज मामलों को ट्रांसफर करने की मांग की है, ताकि जांच को और सटीक और विस्तृत तरीके से किया जा सके।
रांची के दो मामलों का विवरण
धुर्वा थाना: धुर्वा थाना में सेक्टर 3 स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल की प्राचार्य कंचन सिंह ने एफआईआर दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा गया था कि दरभंगा के सुपौल शेखपुरा निवासी शाहिद अनवर के स्थान पर सुमित कुमार, मधुबनी खजौली निवासी परीक्षा दे रहा था। दोनों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया था।
जगरनाथपुर थाना: जगरनाथपुर थाना में डीपीएस के हेड मास्टर सारथी चंद ने शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि आशीष पाणिग्रही और विवेकानंद दूसरे की जगह परीक्षा दे रहे थे। ये दोनों राजस्थान के विकास और जितेंद्र सैनी के नाम पर परीक्षा दे रहे थे।
अवधेश कुमार और ब्लैंक चेक की कहानी
रांची के कांके अरसंडे के निवासी अवधेश कुमार ने अपने बेटे अभिषेक के लिए सिकंदर को दो ब्लैंक चेक दिए थे। अवधेश का सिकंदर से संपर्क 2023 की नीट परीक्षा के दौरान हुआ था। सिकंदर ने 2024 की नीट परीक्षा के लिए 30 लाख में सौदा फाइनल किया था। हालांकि, अभिषेक 2023 की नीट परीक्षा में फेल हो गया था, जिससे पैसे 2024 की परीक्षा के लिए ट्रांसफर हो गए थे।
झारखंड का कनेक्शन और CBI की कार्रवाई
NEET पेपर लीक मामले में झारखंड का बड़ा कनेक्शन सामने आया है। सीबीआई की टीम हजारीबाग में बड़े पैमाने पर जांच कर चुकी है। जांच के दौरान ओएसिस स्कूल, ब्लू डार्ट कूरियर का ऑफिस और एसबीआई की जांच की गई थी। तीन दिनों तक चली इस जांच के बाद ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक, वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज और पत्रकार जमालुद्दीन को गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई के अनुसार, ये लोग पेपर लीक के मुख्य संदिग्ध हैं।
CBI की जांच और आगे की दिशा
रॉकी की गिरफ्तारी से सीबीआई को इस मामले में कई अहम सुराग मिले हैं। जांच एजेंसी अब उन सभी पहलुओं की पड़ताल कर रही है, जो इस मामले से जुड़े हो सकते हैं। सीबीआई ने यह भी स्पष्ट किया है कि पेपर लीक का मामला केवल एक राज्य तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका संबंध कई राज्यों और कई लोगों से हो सकता है। सीबीआई ने राज्य सरकार से अनुरोध किया है कि रांची के धुर्वा और जगरनाथपुर थानों में दर्ज मामलों को जल्द से जल्द सीबीआई को ट्रांसफर किया जाए, ताकि जांच को और तेज और विस्तृत किया जा सके।
पेपर लीक मामले में CBI की नई रणनीति
सीबीआई ने पेपर लीक मामले में अपनी रणनीति में बदलाव किया है। जांच एजेंसी अब उन सभी लोगों की पहचान कर रही है, जो इस मामले में शामिल हो सकते हैं। सीबीआई ने यह भी संकेत दिया है कि इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं। जांच एजेंसी ने झारखंड के अलावा बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में भी जांच तेज कर दी है।
रॉकी की गिरफ्तारी और CBI की 10 दिन की रिमांड से जांच को नई दिशा मिली है NEET पेपर लीक मामले में। इस मामले के हर पहलू को जांच एजेंसी ने जांच किया है और उम्मीद है कि जल्द ही इसका पर्दाफाश होगा। राज्य सरकार के सहयोग से सीबीआई इस मामले को हल करने के लिए हर प्रयास कर रही है। सीबीआई कड़ी मेहनत कर रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके और परीक्षाओं की विश्वसनीयता बनी रहे, साथ ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी और सजा सुनिश्चित करने के लिए।