Murder case: अपनी मिट्टी में बेटी को सुपुर्द ए खाक करने का इंतजार ईरानी परिवार के लिए लंबा होता जा रहा है. बीते 13 दिन से जीनत का शव नोएडा के अस्पताल में रखा हुआ है. ईरानी दूतावास से क्लीयरेंस नहीं मिलने के कारण परिजन शव को अपने ही वतन नहीं ले जा पा रहे हैं.
नोएडा पुलिस के अधिकारियों का कहना है की घटना के संबंध में हर पहलू की जानकारी दूतावास को उपलब्ध करा दी गई है. हालांकि इस पूरे प्रकरण में मुख्य आरोपी दाऊद उर्फ इमरान हाशमी समेत 4 लोग अभी भी फरार हैं.
आपको बता दे बीते 5 जनवरी को सेक्टर 116 में ईरानी युक्ति जीना की हत्या हुई थी. सेक्टर 16 निवासी दो ईरानी परिवारों में 5 जनवरी को झगड़ा हुआ था. इसमें ईरान के नागरिक फिरोज की बेटी जीना को रिश्ते में चाचा लगने वाले इकबाल और इब्राहिम ने चाकू मार दिया था. चाकू जीनत के गर्दन पर लगी थी और अत्यधिक ब्लीडिंग होने के चलते उसकी मौत हो गई थी. सभी आरोपी ईरान के हैं. इनमें से तीन ईरानी नागरिकों का वीजा भी समाप्त हो चुका है.
ईरान की 22 वर्षीय जीना कश्यप बीते 12 दिनों से उसके गृह जनपद से दूर नोएडा के एक अस्पताल में दो गज जमीन का इंतजार कर रहा है. परिवार के लोग कागजी और कानूनी प्रक्रिया की इज्जत में युक्ति का शब्द ईरान के तेहरान में नहीं ले जा पा रहे हैं. मृतक जीना के पिता ने पुलिस को जानकारी देते हुए बताया था की जीना की फरवरी में ही तेहरान में शादी होने वाली थी.