KVS यां नवोदय : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने लंबे इंतजार के बाद 10वीं, 12वीं रिजल्ट जारी कर दिए हैं. सीबीएसई बोर्ड रिजल्ट 2024 की सूचना एक प्रेस रिलीज के जरिए दी गई है. सीबीएसई बोर्ड ने विभिन्न जोन व स्कूलों का रिजल्ट बताया है. सीबीएसई बोर्ड 10वीं व 12वीं, दोनों के रिजल्ट में केंद्रीय विद्यालय (Kendriya Vidyalaya KVS) और जवाहर नवोदय विद्यालय (Jawahar Navodaya Vidyalaya JNV) के बीच कड़ी टक्कर नजर आ रही है.
सीबीएसई बोर्ड 10वीं, 12वीं रिजल्ट 2024 ऑफिशियल वेबसाइट के साथ ही डिजिलॉकर और उमंग ऐप व वेबसाइट पर भी अपने नतीजे चेक कर सकते हैं. सीबीएसई बोर्ड ने विदेशों में स्थित स्कूलों का रिजल्ट भी आज ही घोषित किया है. सीबीएसई बोर्ड के नतीजे cbse.gov.in, results.cbse.nic.in, cbseresults.nic.in, results.digilocker.gov.in, umang.gov.in और cbse.nic.in पर चेक कर सकते हैं. जानिए केंद्रीय विद्यालय और जवाहर नवोदय विद्यालय का रिजल्ट कैसा रहा.
KVS vs JNV Result: केवीएस और जेएनवी का 10वीं रिजल्ट कैसा रहा?
सीबीएसई बोर्ड ने रिजल्ट को जोन, स्कूलों के प्रकार, जेंडर जैसे कई पैमानों के आधार पर जारी कर दिया है. इस साल सीबीएसई बोर्ड 10वीं रिजल्ट में जवाहर नवोदय विद्यालय ने कुछ अंकों से केंद्रीय विद्यालय को पीछे छोड़ दिया है. जहां जवाहर नवोदय विद्यालय का पास प्रतिशत 98.90 फीसदी रहा, वहीं केंद्रीय विद्यालय का 98.81 फीसदी है. अन्य सरकारी स्कूलों का पास प्रतिशत 88.23 फीसदी, सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों का 91.42 फीसदी और सीटीएसए का 99.23 फीसदी है.
केवीएस और जेएनवी का 12वीं रिजल्ट कैसा रहा?
सीबीएसई बोर्ड ने 10वीं और 12वीं, दोनों कक्षाओं के रिजल्ट एक ही दिन जारी किए हैं. सीबीएसई बोर्ड 12वीं परिणाम 2024 में जवाहर नवोदय विद्यालय और केंद्रीय विद्यालय का पास प्रतिशत बराबर दर्ज किया गया है. दोनों स्कूलों का रिजल्ट 99.09 फीसदी है. वहीं, 12वीं में सीटीएसए का पास प्रतिशत 94.40 फीसदी, इंडिपेंडेंट स्कूलों का 94.54 फीसदी, सरकारी का 86.72 फीसदी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों का 83.95 फीसदी रहा है.
देश के टॉप सरकारी स्कूल हैं केवीएस और जेएनवी
केंद्रीय विद्यालय और जवाहर नवोदय विद्यालय, दोनों ही स्कूल सीबीएसई बोर्ड से संबद्ध हैं. इन दोनों को भारत के टॉप सरकारी स्कूल लिस्ट में गिना जाता है. जेएनवी और केवीएस, दोनों में ही एडमिशन मिलना आसान नहीं होता है. इसके लिए कठिन एंट्रेंस टेस्ट पास करने के साथ ही कई अन्य मानकों पर भी खरा उतरना पड़ता है. जहां जवाहर नवोदय विद्यालय में कक्षा 6 और 9 में दाखिला मिलता है, वहीं केंद्रीय विद्यालय में पहली कक्षा से ही एडमिशन शुरू हो जाते हैं.