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- भारतीय ऑटोमोबाइल संकट | यात्री वाहन खुदरा बिक्री सितंबर 2020 [Updates]: ऑटोमोबाइल डीलर्स बॉडी FADA ऑन टू थ्री व्हीलर कमर्शियल व्हीकल सेल्स रिपोर्ट
नई दिल्लीएक महीने पहले
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- सितंबर में दो पहिया वाहनों की बिक्री 12.62% फिसलकर 10,16,977 यूनिट्स हो गई है
- पैसेंजर व्हीकल की रिटेल बिक्री सालाना आधार पर 9.81% बढ़कर 1,95,665 यूनिट्स हो गई है
सितंबर में आटोमोबाइल की रिटेल बिक्री 10.24% नीचे फिसल गई है। सितंबर 2020 में टोटल 13,44,866 यूनिट्स की बिक्री हुई, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 14,98,283 यूनिट्स की बिक्री हुई थी। इसमें थ्री व्हीलर सेगमेंट में सबसे कम बिक्री हुई, जो सालाना आधार पर 58.86% गिरकर 24,060 यूनिट्स ही रहा। हालांकि, फेस्टिव सीजन के करीब होने से पैसेंजर व्हीकल की बिक्री में 9.81% की बढ़त देखने को मिली है।
दो पहिया वाहनों की बिक्री घटी
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (फाडा) के मुताबिक, ऑटो सेक्टर की रिटेल बिक्री पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 10% गिरी है। सितंबर में दो पहिया वाहनों की बिक्री 12.62% फिसलकर 10,16,977 यूनिट्स हो गई है। जबकि पिछले साल की समान अवधि में वाहनों की बिक्री 11,63,918 यूनिट्स रही थी।
पैसेंजर वाहनों की बिक्री बढ़ी
इस दौरान पैसेंजर व्हीकल की रिटेल बिक्री सालाना आधार पर 9.81% बढ़कर 1,95,665 यूनिट्स हो गई है। जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 1,78,189 रही थी। रिटेल बिक्री में ग्रोथ की बड़ी वजह आने वाला फेस्टिव सीजन और अनलॉक के तहत मिलने वाली रियायतें हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य चिंताओं के कारण लोगों ने सार्वजनिक यातायात के बजाय पर्सनल व्हीकल को वरीयता दिया है। इससे पैसेंजर वाहनों की बिक्री बढ़ी है।
इस पर फाडा के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी ने कहा कि अनलॉक में मिलने वाली रियायतों के कारण सितंबर महीने में पिछले महीनों की तुलना में ऑटोमोबाइल रजिस्ट्रेशन के लिहाज से अच्छी ग्रोथ देखने को मिली है। उन्होंने कहा कि इस साल पहली बार पैसेंजर व्हीकल में पॉजिटिव ग्रोथ देखी गई है।
ट्रैक्टर बिक्री भी 80% बढ़ी
जारी आंकड़ों के मुताबिक ट्रैक्टर बिक्री में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। सालाना आधार पर सितंबर में ट्रैक्टर बिक्री 80.39% ज्यादा रही। सितंबर महीने में कुल 68,564 यूनिट्स की बिक्री हुई, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 38,008 यूनिट्स की ही बिक्री हुई थी।
ट्रैक्टर बिक्री ने बढ़ोतरी की बढ़ी वजह खरीफ सीजन में अच्छा मानसून है। दरअसल अच्छे मानसून और लॉकडाउन के कारण ग्रामीण आबादी का श्रम योगदान एग्री सेक्टर में बढ़ा है। यही कारण रहा कि पिछले साल की तुलना में खरीफ की बुवाई क्षेत्र की रिकॉर्ड बढ़ोतरी देखी गई है।
रिटेल बिक्री पर लॉकडाउन का असर
देशव्यापी लॉकडाउन का असर कमर्शियल व्हीकल की बिक्री पर भी पड़ा है। राज्य की सीमाओं पर लगे प्रतिबंध और कारोबार के ठप होने से वाहनों की बिक्री प्रभावित हुई। इससे सितंबर में रिटेल बिक्री 39,600 यूनिट्स रही, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 59,683 यूनिट्स का रहा था। यानी सालाना आधार पर रिटेल बिक्री 33.65% नीचे गिरी है। इस दौरान थ्री व्हीलर वाहनों की रिटेल बिक्री भी 58.86% कम हुई है। सितंबर 2020 में कुल 24,060 यूनिट्स की बिक्री हुई है, जो पिछले साल सितंबर में 58,485 यूनिट्स रही थी।
बिक्री में बढ़त की उम्मीद
विंकेश गुलाटी को उम्मीद है कि ऑटो की बिक्री में ग्रोथ देखी जा सकती है, जो पिछले साल के आंकड़ों के बराबर हो सकती है। इसमें पैसेंजर व्हीकल और दो पहिया वाहनों में सबसे ज्यादा ग्रोथ का अनुमान है। इसकी वजह फेस्टिव सीजन और बिहार में विधान सभा चुनाव है। हालांकि, यह कोरोना वायरस की भारत में स्थिति पर भी निर्भर करेगी।
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