ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी ग्रह का कुंडली में पीड़ित होना, नीच का होना या अशुभ होना उस जातक के जीवन को बुरी तरह प्रभावित करता है. ऐसे में अगर किसी जातक की कुंडली में मंगल दोष लगा है तो उस व्यक्ति को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है. अगर आप भी मंगल दोष से पीड़ित हैं तो 23 अप्रैल 2024 को हनुमान जन्मोत्सव मनाया जा रहा है. इस दिन प्रभु राम के परम भक्त हनुमान की विधि विधान से पूजा अर्चना कर आप अपना भाग्य चमका सकते हैं. इस वर्ष हनुमान जन्मोत्सव मंगलवार को ही पड़ रहा है मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित किया गया है. इस दिन ज्योतिष उपाय करने से जल्द ही परिणाम मिलते हैं. इस बारे में विस्तार से बता रहे हैं भोपाल के ज्योतिष आचार्य पंडित योगेश चौरे.
कैसे लगता है मंगल दोष?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति की कुंडली में अगर प्रथम भाव, द्वितीय भाव, चतुर्थ भाव, सप्तम भाव, अष्टम भाव, और द्वादश भाव में मंगल ग्रह विराजमान है तो ऐसे जातक को मांगलिक कहा जाता है. वहीं अगर मंगल ग्रह गुरु और शुक्र के साथ हो तो यह दोष का परिहार माना जाता है.
मंगल दोष निवारण के उपाय
1. अगर किसी जातक की कुंडली में मंगल दोष लगा है तो हनुमान जन्मोत्सव के दिन भगवान राम, राम परिवार और बजरंगबली की विधि विधान से पूजा अर्चना करें. इसके अलावा राम रक्षा स्तोत्र, राम चालीसा का पाठ करें. ये उपाय करने से मंगल दोष का प्रभाव कम होता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल दोष का प्रभाव कम करने के लिए हनुमान जन्मोत्सव पर स्नान आदि से निवृत होकर विधि विधान से बजरंगबली की पूजा करें और सात या ग्यारह बार हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें. यह उपाय मंगल दोष के प्रभाव को कम करता है.
जिन लोगों की कुंडली में मंगल दोष है वह हनुमान जन्मोत्सव के दिन पवन पुत्र हनुमान की पूजा के समय लाल रंग के फल और फूल अर्पित करें. पूजा के बाद सुंदरकांड का पाठ करें, बजरंग बाण पढ़ें और हनुमान चालीसा का भी पाठ करें.
जो व्यक्ति मंगल दोष से पीड़ित है वह हनुमान जन्मोत्सव पर मसूर की दाल, मूंगफली लाल रंग के कपड़े, लाल रंग की मिठाई, लाल रंग के फूल, शहद और गुड़ इन चीजों का दान करें. यह चीज आप मंगलवार के दिन भी दान कर सकते हैं.
कुंडली से मंगल दोष के प्रभाव को कम करने के लिए हनुमान जन्मोत्सव पर जातक को राम भक्त हनुमान को सिंदूर अर्पित करना चाहिए. उसके बाद मंगल स्तोत्र का पाठ करना चाहिए.