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बठिंडा4 घंटे पहले
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- कोरोना टेस्ट के लिए सही एड्रेस नहीं दे रहे लोग
कोरोना पॉजिटिव आने वाले कुछ संक्रमित प्रतिदिन जिला प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य विभाग की परेशानी बढ़ा रहे हैं। गलत नाम, पता और मोबाइल नंबर दर्ज कर कोरोना जांच कराई जाती है। संक्रमित आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ऐसे भ्रमित करने वाले लोगों को तलाश करता है तो उनका नाम पता और अन्य ब्योरा गलत मिलता है। जिले में करीब 130 से अधिक ऐसे लोगों को अभी भी जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम तलाश कर रही है।
हालांकि कुछ मामलों में ऐसे लोगों का पता लगा लिया जाता है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ऐसे लोगों से परेशान हैं। प्रतिदिन सेहत विभाग की टीम इन्हें तलाश करने में जुटी हैं। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जांच कराते समय पूरी और सही डिटेल लिखने की अपील की है।
कोरोना से एक की मौत
जिला प्रशासन की ओर से वीरवार को जारी रिपोर्ट अनुसार जिले में एक कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हुई है और 44 कोरोना संक्रमित नए मरीजों की पुष्टि हुई है। 35 कोरोना संक्रमित स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज कर घर भेज दिए गए।
इस तरह स्वास्थ्य विभाग को किया जा रहा भ्रमित
- 31 वर्षीय एक महिला ने तीन दिन पहले कोरोना टेस्ट करवाया तो उसने अपना पता सिर्फ बठिंडा सिटी लिखवाया है। 3 नंवबर को रिपोर्ट आई अब स्वास्थ्य विभाग के टीम ने दर्ज करवाए गए फोन नंबर पर संपर्क किया तो वह स्विच आया और एड्रेस का पता नही लगा।
- धोबियाना बस्ती में 55 वर्षीय एक व्यक्ति ने अपना गली व मोबाइल नंबर सही नहीं दर्ज करवाया। उसका फोन नंबर भी स्विच ऑफ आ रहा है। व्यक्ति ने जो पता लिखवाया था वह भी जांच में गलत निकला। अब विभाग की टीम उक्त व्यक्ति की तलाश में जुटी है।
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