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नई दिल्ली2 महीने पहले
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कोविड की वजह से भारतीय बाजार में इस बाइक की बिक्री काफी कम हो गई थी
- कंपनी ने यह फैसला ‘The Rewire’ नाम के रिस्ट्रक्चरिंग प्रोसेस के तहत लिया है
- पिछले फाइनेंशियल ईयर के दौरान भारत में कंपनी ने 2,500 यूनिट भी नहीं बेची
अमेरिकन क्रूजर बाइक कंपनी हार्ले डेविडसन के इंडियन फैन्स के लिए बैड न्यूज आई है। कंपनी ने भारत में अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट बंद करने का एलान कर दिया है। पिछले एक महीने से इसे लेकर बाजार में खबरें चल रही थी, जिस पर अब कंपनी ने अपनी मुहर लगा दी है। कंपनी ने यह फैसला ‘The Rewire’ नाम के रिस्ट्रक्चरिंग प्रोसेस के तहत लिया है। बता दें कि हार्ले डेविडसन का असेंबली प्लांट हरियाणा के बावल में था।
कोविड की वजह से भारतीय बाजार में इस बाइक की बिक्री काफी कम हो गई थी। जिसके बाद कंपनी ने अगस्त में हो रहे घाटे को देखते हुए इसका संकेत दिया था। कंपनी की योजना अमेरिकन बाजार पर फोकस करने की है। ऐसी भी खबरें आ रही हैं कि कंपनी के इस फैसले से करीब 70 कर्मचारियों की नौकरी पर भी खतरा मंडरा रहा है। कंपनी भारत के साथ उत्तरी अमेरिका, यूरोप और एशिया प्रशांत के उन हिस्सों में भी असेंबली प्लांट बंद करेगी जहां पर गाड़ियों के सेल्स डाउन हुई है।
हीरो मोटोकॉर्प के साथ चल रही बातचीत
हार्ले डेविडसन भारतीय बाजार में अब हीरो मोटोकॉर्प के साथ पार्टनरशिप के साथ आगे बढ़ सकती है। इस मामले से जुड़े दो सूत्रों के मुताबिक, हीरो भारत में हार्ले बाइक के लिए मास्टर डिस्ट्रीब्यूटर होगा। इस पार्टनरशिप के लिए रणनीति तैयार की जा रही है। एक सूत्र ने बताया कि 300 से 600cc इंजन क्षमता वाली कम से कम एक हार्ले मोटरसाइकिल के लिए हीरो के साथ पार्टनरशिप पर चर्चा चल रही है, जिसे बाद में लॉन्च किया जाएगा।
10 साल में सिर्फ 27,000 यूनिट बिकी
कोविड-19 महामारी के चलते हार्ले डेविडसन की बाइक्स की डिमांड में भारी कमी आई है। पिछले फाइनेंशियल ईयर के दौरान भारत में कंपनी ने 2,500 यूनिट भी नहीं बेची। इंटरनेशनल मार्केट में कंपनी का ये सबसे खराब प्रदर्शन है। वहीं, पिछले 10 साल में कंपनी ने भरतीय बाजार में 25,000 यूनिट ही बेची हैं। यानी कंपनी ने बीते 10 साल में हर साल औसतन 2500 यूनिट बेचीं।
भारत में शोरूम और सेल्स जारी रहेगी
इस बारे में कंपनी से जुड़े एक सोर्स ने बताया कि कंपनी सिर्फ अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट बंद कर रही है। बाइक की मार्केटिंग और सेल्स जारी रहेगी। अब भारत में बाइक को थाइलैंड से इम्पोर्ट किया जाएगा। ऐसे में बाइक की कीमत 40 से 50 हजार रुपए बढ़ सकती है। बता दें कि देश भर में कंपनी के 20 हजार से ज्यादा कर्मचारी हैं। सेल्स में इजाफा करने के लिए कंपनी बाइक पर 70 हजार रुपए का बड़ा डिस्काउंट भी दे रही है।
ये कंपनियां भी बंद कर चुकीं प्लांट
ऐसा नहीं है कि कोई बाहरी कंपनी पहली बार सेल्स की वजह से अपने भारतीय प्लांट को बंद कर रही हो। बल्कि हार्ले डेविडसन से पहले दूसरी ऑटोमोबाइल कंपनियां भी भारत में अपने प्लांट बंद कर चुकी हैं। इसमें जनरल मोटर्स, फिएट, सांगयोंग मोटर, स्कानिया एबी, MAN और यूएम मोटरसाइकिल शामिल हैं।
हार्ले डेविडसन का रेवन्यू
हार्ले डेविडसन ने इस साल के पहले क्वार्टर, यानी जनवरी से जून के बीच, में ग्लोबली 2.16 बिलियन डॉलर (करीब 15.90 हजार करोड़) का रेवेन्यू जनरेट किया था, जिसमें से 394 मिलियन डॉलर (करीब 2.9 हजार करोड़ रुपए) फाइनेंशियल सर्विस से आया था। वहीं, 2020 की पहले क्वार्टर मे मोटरसाइकिल के सेल्स से जनरेटेड रेवेन्यू 1.3 बिलियन (करीब 9.56 हजार करोड़ रुपए) के आसपास था।
भारत दुनिया का सबसे बड़ा बाइक बाजार
भारत दुनिया का सबसे बड़ा बाइक बाजार भी है। 2017 में वो चीन को पीछे छोड़ते हुए इस मुकाम पर पहुंच गया था। 2016 में भारत में कुल 17.7 मिलियन (करीब 1.77 करोड़) टू-व्हीलर बेचे गए। यानी देश में हर दिन 48,000 से ज्यादा यूनिट बेची गईं। इस दौरान चीन में 16.8 मिलियन (करीब 1.68 करोड़) टू-व्हीलर बेचे गए थे।
भारत में मिलने वाले हार्ले-डेविडसन के मॉडल
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