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- सरकारी रिक्तियां मेडिकल कॉलेज में स्टाफ नर्स के रिक्त 106 पद, कर्मचारी महासंघ ने विधायक को ज्ञापन सौंपा
नाहन2 घंटे पहले
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- नाहन मेडिकल कॉलेज में मात्र 75 स्टाफ नर्सें दे रही सेवाएं, कोरोना काल में नहीं ली कोई छुट्टी
नाहन मेडिकल कॉलेज में पिछले कई सालों से स्टाफ नर्स के कई पद खाली पड़े हुए है। कोरोना काल में कॉलेज में इन्ही स्टाफ नर्सों ने अपनी सेवाएं बिना कोई छुट्टी लिए दी है। नाहन मेडिकल कॉलेज में स्टाफ नर्स ने 181 पद स्वीकृत है, जिसमें से केवल 75 स्टाफ नर्स ही अपनी सेवाएं दे रही है।
स्टाफ नर्स में पद जल्द से जल्द भरे जाए। यह बात मेडिकल कॉलेज कर्मचारी महासंघ की प्रधान प्रीतम कौर ने वीरवार को एक कार्यक्रम में नाहन के विधायक डॉ. राजीव बिंदल को एक ज्ञापन के रूप में कही। प्रीतम कौर ने कहा की कॉलेज में स्टाफ काम होने के बावजूद स्टाफ ने अपना कार्य बखूबी निभाया है।
स्टाफ ने बिना कोई अवकाश लिए लोगों को अच्छी सेवाएं दी है। उन्होंने बिंदल को दिए ज्ञापन में कहा है कि प्रदेश में कार्यरत कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन बहाल की जाए। साथ ही मेडिकल कॉलेज के स्थानीय लोगों के लिए आवासीय सुविधा नहीं है।
इसके अलावा ज्ञापन में कहा की स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न नीतियों के अंतर्गत आरएन टीसीपी, आईसीटीसी, आईदीएसपी, एड्स व टीबी में स्वास्थ्य कर्मचारी पिछले 10-15 वर्ष से अपनी सेवाएं दे रहे है, उनके लिए स्थाई नीति बनाई जाए। मेडिकल कॉलेज में तैनात लोकल आरकेएस कर्मचारियों को आईजीएमसी की तर्ज पर नियमित वेतनमान प्रदान किया जा चुका है जो की 2018 से मिल रहा है।
मेडिकल स्टाफ की थपथपाई पीठ
उधर नाहन के विधायक डॉ. राजीव बिंदल ने कहा की कोरोना काल में मेडिकल स्टाफ ने बेहतरीन कार्य किया है। यह एक अच्छा कार्य है। उन्होंने कहा की मेडिकल कॉलेज कर्मचारी महासंघ द्वारा रखी गई सभी मांगों को प्रदेश सरकार के समक्ष रख कर इसका समाधान करवाया जाएगा। इस मौके पर मेडिकल कॉलेज कर्मचारी महासंघ के दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।
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