बिहार सरकार ने यूपीएससी सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा 2023 पास करने वाली राज्य की 24 लड़कियों को 1-1 लाख रुपये दिए थे. यह धनराशि मुख्मंत्री नारी शक्ति योजना के तहत प्रदान की गई थी. इनमें से दो अभ्यर्थियों ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की है. दोनों ही पटना की रहने वाली हैं.
जानकारी के अनुसार दीप्ति मोहाली ने यूपीएससी में 184 रैंक और कृति कामना ने 417 रैंक हासिल की है. दीप्ति सामान्य वर्ग और कृति कामना पिछड़ा वर्ग की हैं.
बिहार के महिला एवं बाल विकास निगम की ओर से मुख्यमंत्री नारी शक्ति योजना चलाई जाती है. जिसके तहत यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा क्रैक करने वाली अभ्यर्थियों को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है. यूपीएससी 2023 प्रारंभिक परीक्षा पास करने वाली जिन अभ्यर्थियों ने प्रोत्साहन राशि के लिए आवेदन किया था, उनमें से 24 महिलाओं का चयन किया गया था. इसमें से दो को कामयाबी मिली है.
बीपीएससी के लिए मिलते हैं 50 हजार रुपये
यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा पास करने वाली अभ्यर्थियों को 1 लाख रुपये और बीपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा पास करने वाली अभ्यर्थियों को 50 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि परीक्षा की तैयारी के लिए प्रदान की जाती है.
कौन कर सकता है सहायता राशि के लिए आवेदन
-मुख्यमंत्री नारी शक्ति योजना का फॉर्म यूपीएससी और बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद निकलता है. इसके लिए उम्मीदवारों को बिहार का स्थायी निवासी होना चाहिए. साथ ही सामान्य वर्ग, पिछड़ा और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग का होना चाहिए. इस स्कीम का लाभ एससी/एसटी को नहीं मिलता.
योजना का लाभ लेने के लिए उम्मीदवारों को प्रारंभिक परीक्षा पास होना चाहिए. ध्यान देने वाली बात है कि किसी भी अभ्यर्थी को एक ही बार दिया जाता है. साथ ही किसी भी सरकारी वित्त पोषित संस्थान में कार्य नहीं कर रहा होना चाहिए.