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- पूर्व मंत्री अनिल शर्मा ने सरकार और पार्टी पर आरोप लगाया, कहा … मैं अपनी ही सरकार में मंच पर सीएम द्वारा दुर्व्यवहार किया गया था, मैं चुप था …
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मंडी23 दिन पहले
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- अनिल शर्मा बोले, प्रदेश सरकार का कार्यकाल दो साल बचा, अब जमीनी स्तर पर कार्य करे
पूर्व मंत्री और सदर के विधायक अनिल शर्मा ने वीरवार को सरकार पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि उनके परिवार ने कई राजनीतिक उतार-चढ़ाव देखे हैं।
लोकसभा चुनाव में उनके बेटे की ओर से कांग्रेस का टिकट लेने का फैसला उनके परिवार का था, उनका नहीं, पर सरकार व पार्टी के लोगों ने उन्हें नीचा दिखाने का प्रयास किया। अनिल शर्मा ने कहा कि सेरी मंच पर अपनी ही सरकार के मंत्री व सांसद ने मुख्यमंत्री के सामने उन पर हमला बोल कर जलील करने की कोशिश की।
उन्होंने कहा कि मैं उस समय चुप रहा, ये मेरी कमजोरी नहीं थी, मैं अपने क्षेत्र के लोगों के हित में चुप रहा। अनिल ने कहा, उनके बेटे व पिता ने जनता की नब्ज टटोले बिना ही जल्दबाजी में फैसला लिया, जिसे जनता ने नकार दिया । मगर अब ऐसा नहीं होगा। विधानसभा चुनाव वे किस दल से लड़ेंगे, इस पर वे बोले कि वे जनता को विश्वास में लेकर ही फैसला करेंगे।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग ये प्रचारित कर रहे हैं कि अनिल ने नगर निगम का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि विधायक होने के नाते मुझे गांव के लोगों की समस्या को भी देखना है। मैंने ही नहीं बल्ह व द्रंग के विधायकों ने भी इसका विरोध किया है।
जनता अगर चाहेगी तो ही राजनीति में रहूंगा
अनिल शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार का कार्यकाल मात्र दो साल रह गया है। ऐसे में लोगों को सब्जबाग दिखाने के बजाय जमीनी स्तर पर कार्य किए जाएं।
अनिल शर्मा ने कहा कि वे 1993 से विधायक व मंत्री बने, कांग्रेस व भाजपा दोनों ही सरकारों में मंत्री रहे और अपना काम ईमानदारी से किया है। जनता अगर चाहेगी तो राजनीति में रहूंगा, लोगों द्वारा नकारे गए राजनेताओं की तरह राजनीति में चिपके रहने का कोई शौक नहीं है।
आरोप ये भी: रोज काट दी जाती थी मेरे घर की बिजली
अनिल शर्मा ने कहा कि पूर्व ऊर्जा मंत्री व विधायक होने के बावजूद बिजली बोर्ड के अधिकारियों द्वारा लॉकडाउन के दौरान उनके नए घर की बिजली हर रोज काट दी जाती थी। उस दौरान उनका बेटा व बहू और मुंबई से उनके साथ कई अन्य लोग भी आए थे।
हर रोज रात के समय उनके घर में अंधेरा हो जाता था। वहीं लॉकडाउन के दौरान उनके परिवार को होम क्वारेंटाइन करने को लेकर भी प्रशासन आनाकानी करने लगा। फिर सीएम के हस्तक्षेप करने पर उन्हें होम आइसोलेशन में रहने दिया गया। जबकि उनके बेटे को स्वारघाट बैरियर पर परेशान किया गया।
सीएम से आग्रह: मंडी में कई विकासकार्य पेंडिंग, पूरे कराएं
अनिल शर्मा ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि वे मंडी जिला से संबंधित हैं और मंडी शहर में कई विकासकार्य अधर में लटके हुए हैं। उन्हें समय रहते शुरू करवा कर पूरा किया जाए। इनमें सकोहडी खड्ड पर बनने वाला रोड, यू ब्लॉक में बनने वाली पार्किंग जिसमें कुछ लोग शॉपिंग मॉल बनाने की भी बात कर रहे हैं, इसे पार्किंग ही बनाया जाए तो शहर में पार्किंग की समस्या का समाधान हो जाएगा।
इसके अलावा थौना पलाह प्रोजेक्ट का कार्य भी शीघ्र शुरू किया जाए। उन्होंने कहा कि मंडी से जेल शिफ्ट करने का मुद्दा भी अभी अधर में लटका हुआ है।
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