[ad_1]
शिमला3 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
निजी स्कूलों और संस्थानों को पूरी फीस लेने के लिए अधिकृत करने के निर्णय के खिलाफ शिक्षा निदेशालय शिमला के बाहर प्रदर्शन किया।
अभिभावकाें से फीस वसूली का फरमान प्रदेश भर के करीब 10 लाख अभिभावकाें पर भारी पड़ रहा है। छात्र अभिभावक मंच ने सरकार द्वारा निजी स्कूलों व संस्थानों को पूरी फीस लेने के लिए अधिकृत करने के निर्णय के खिलाफ शिक्षा निदेशालय शिमला के बाहर प्रदर्शन किया।
मंच ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि इस निर्णय को तुरंत वापस लिया जाए और निजी स्कूलों द्वारा छात्रों व अभिभावकों की पूर्ण फीस वसूली में की जा रही मानसिक प्रताड़ना पर रोक लगाई जाए। प्रदर्शन में कपिल शर्मा,बाबू राम,हिमी देवी, बालक राम, चंद्रकांत वर्मा,मदन कुमार,दलीप सिंह, रामप्रकाश,अमित ठाकुर, रमन थारटा, अनिल ठाकुर,रविंद्र चंदेल व गौरव नाथन आदि मौजूद रहे।
कैबिनेट का फैसला चौंकाने वालाः
मेहरा अभिभावक मंच के संयोजक विजेंद्र मेहरा,सदस्य विवेक कश्यप,सत्यवान पुंडीर व जियानंद शर्मा ने निजी स्कूलों में पढ़ने वाले छह लाख छात्रों के 10 लाख अभिभावकों सहित कुल 16 लाख लोगों से निजी स्कूलों की पूर्ण फीस उगाही का पूर्ण बहिष्कार करने की अपील की है।
फीस वसूली पर कैबिनेट के निर्णय को बेहद चौंकाने वाला छात्र व अभिभावक विरोधी निर्णय बताया है। इस निर्णय के आने के बाद निजी स्कूलों ने छात्रों व अभिभावकों को मानसिक तौर पर प्रताड़ित करना शुरू कर दिया है।
[ad_2]
Source link