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- किसानों ने अमृतसर शहर में 5 स्थान दिए और 12 बजे से 4 बजे तक कस्बों में मुख्य चौक पर, प्रदर्शनकारियों ने फेरों के लिए किलोमीटर की दूरी पर ‘फेरे’ लगाए।
अमृतसर12 घंटे पहले
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कृषि काूननों के खिलाफ वीरवार को किसानों ने अमृतसर और तरनतारन में धरने दिए। अमृतसर शहर में एंट्री प्वाइंटों समेत 5 जगहों पर चक्का जाम किया गया। इसके अलावा हर कस्बे के मेन चाैक पर किसानों ने दोपहर 12 से 4 बजे तक प्रदर्शन किया। इससे बाहरी जिलों से आने और जाने वाले लोगों को खासी परेशानी हुई। किसी को कई किलोमीटर घूमकर लिंक रोड से निकलना पड़ा तो कोई खेतों में से अपने वाहन गुजारता मिला।

मत्था टेकने आए थे, धरने के कारण अटके: हरदेव
लुधियाना के गांव हसनपुर से दरबार साहिब में माथा टेकने आए हरदेव सिंह ने बताया कि दोपहर 12 बजे से ही वह, उनके बच्चे और महिलाएं कार में बैठे हैं। उन्हें धरने की जानकारी नहीं थी, अब उन्हें कोई रास्ता ढूंढकर वापस जाना होगा।
कंपनी की जरूरी मीटिंग छूटी: अजय
प्राइवेट कंपनी में काम करते अमृतसर के अजय कुमार ने बताया कि उन्हें मानांवाला टोल प्लाजा हाइवे से दो किलोमीटर पहले पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया गया। कंपनी के अिधकारियों ने जरूरी मीटिंग रखी थी, मगर किसानों के धरने के कारण वह मीटिंग में नहीं पहुंच सके।
कश्मीर कौर शहर से पैदल निकली गांव
अमृतसर में किसी काम से आई गांव निजामपुरा की महिला कश्मीर कौर ने बताया कि बस-ऑटो के न चलने के कारण वह पैदल ही सिर पर सामान उठाकर गांव जा रही रही है। टैंपो-रिक्शा वाला कोई भी उसने छोड़ने को तैयार नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि किसानों को सड़कें नहीं जाम करनी चाहिए, उन्हें अपनी मांग मनवाने का कोई और रास्ता ढूंढना चाहिए।
मोहाली से अमृतसर अप्वाइंटमेंट लेकर पहुंचा, रास्ते में फंसा: डॉ. जय राय
गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट में साइंटिस्ट डॉ. जय कुमार राय ने बताया कि वह मोहाली से अप्वाइंटमेंट लेकर अमृतसर में अफसरों से मिलने आए थे। वापसी में धरन के कारण जाम में फंस गए। उनके साथ पत्नी सुनीता सक्सेना और बच्चे भी परेशान हो रहे हैं।
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