Faridabad Nikita Murder Case CCTV, friend seen trying to save Nikita tells the full story to the judge | मामले की इकलौती गवाह निकिता सहेली ने जज को सुनाई पूरी कहानी, सीसीटीवी में बचाने की कोशिश करती आई थी नजर

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फरीदाबाद7 दिन पहले

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फरीदाबाद में सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई बी-कॉम की छात्रा निकिता तोमर की हत्या की घटना की तस्वीर। इसी तस्वीर में निकिता को बचाने की कोशिश करती दिखाई दे रही उसकी सहेली (लाल सूट में)। -फाइल फोटो

  • बल्लभगढ़ में 26 अक्टूबर को पेपर देकर लौट रही छात्रा निकिता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी
  • मामला हाईप्रोफाइल होने के चलते सुरक्षा कारणों से अब तक यह लड़की सामने नहीं आ रही थी

फरीदाबाद में बीते सप्ताह लव जिहाद में कत्ल कर दी गई निकिता तोमर की सहेली ने सोमवार को जज को पूरी कहानी से अवगत कराया। इस हत्याकांड की इकलौती चश्मदीद यह लड़की अभी तक सुरक्षा कारणों के पर्दे के पीछे थी, वहीं आज स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम उसे घर से बाहर लाने में सक्षम रही। कड़ी सुरक्षा में सीआरपीसी की धारा-164 के तहत लड़की के बयान हुए। दूसरी ओर निकिता के भाई को आत्मरक्षा के लिए आर्म्स लाइसेंस की मंजूरी दे दी गई है।

बता दें कि 26 अक्टूबर को फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ में पेपर देकर लौट रही बी-कॉम थर्ड ईयर की छात्रा 21 साल निकिता की गोली मारकर हत्या की गई थी। हत्या के आरोपी नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद के चचेरे भाई तौसीफ, दोस्त रेहान और एक मददगार अजरुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया था। मामले में SIT जांच कर रही है। सरकार ने इस मामले की सुनवाई फास्टट्रैक कोर्ट में किए जाने की मंजूरी दे दी है। इस मामले में निकिता की एक सहेली इकलौती चश्मदीद गवाह है।

बी-कॉम की छात्रा निकिता तोमर, जिसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

बी-कॉम की छात्रा निकिता तोमर, जिसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

सीसीटीवी फुटेज में वह निकिता को बचाने की कोशिश करती देखी गई थी। इसके बाद मामला हाईप्रोफाइल होने के चलते सुरक्षा कारणों से अब तक यह लड़की सामने नहीं आ रही थी। केस में इकलौती गवाह होने के चलते उसके बयान अदालत में मामले की सुनवाई के दौरान उसके ये बयान निर्णायक साबित हो सकते हैं। ऐसे में सोमवार को एसआईटी उसे लेकर मजिस्ट्रेट के सामने उपस्थित हुई।

बंद कमरे बयान हुआ दर्ज
हालांकि अभी भी उसकी पहचान उजागर करना उपयुक्त नहीं है। असल में न्यायाधीश सुनिश्चित करते हैं कि बयान दर्ज कराने वाले पर किसी तरह का दबाव, लालच या डर तो नहीं है। बयान कलमबद्ध होने के बाद इनसे पलटा नहीं जा सकता। इन बयानों को तुरंत सीलबंद कर दिया जाता है। इसके बाद ये मुकदमे की सुनवाई के दौरान सीधे न्यायाधीश के सामने ही खोले जाते हैं। इसी कारण सोमवार को पुलिस सुरक्षा में ही उसे न्यायालय लाया गया। यहां सीआरपीसी की धारा-164 के तहत बंद कमरे में उसके बयान दर्ज किए गए।

निकिता का बड़ा भाई नवीन तोमर।

निकिता का बड़ा भाई नवीन तोमर।

निकिता के भाई को आत्मरक्षा के लिए मिला हथियार का लाइसेंस
पुलिस आयुक्त ओपी सिंह ने सोमवार को निकिता के भाई नवीन को आत्मरक्षा के लिए शस्त्र लाइसेंस जारी कर दिया। इसके साथ ही परिवार की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई। परिवार के सभी सदस्यों के साथ अब दो-दो गनमैन रहेंगे। पुलिस ने सुरक्षा घेरे को और मजबूत करने के लिए घर के पास एक पीसीआर, सोसायटी के गेट पर पुलिसकर्मी व मुख्य सोहना रोड पर पीसीआर तैनात कर दी है।

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