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- फरीदाबाद निकिता मर्डर केस एंग्री मोब जाम दिल्ली आगरा हाईवे, जल्द ही दोषियों को फांसी देने की मांग
फरीदाबाद9 दिन पहले
फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में निकिता मर्डर केस से गुस्साई भीड़ ने हाईवे जाम कर दिया। पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
- बल्लभगढ़ में 26 अक्टूबर को पेपर देकर लौट रही छात्रा निकिता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी
- बल्लभगढ़ में रविवार को महापंचायत बुलाई गई, इसके बाद गुस्साई भीड़ ने हाईवे जाम कर दिया
हरियाणा के बल्लभगढ़ में रविवार को निकिता तोमर हत्याकांड के विरोध में बुलाई गई महापंचायत के बाद उग्र भीड़ ने फरीदाबाद-बल्लभगढ़ हाईवे को जाम कर दिया। ये लोग निकिता तोमर हत्याकांड में दोषियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा देने की मांग कर रहे थे।
पुलिस ने सर्वजातीय महापंचायत की आड़ में उत्पात मचाने वाले 30 उपद्रवियों को देर शाम गिरफ्तार कर लिया। इनमें से 14 लड़के फरीदाबाद जिले के हैं ही नहीं। ये नोएडा, पलवल, गुड़गांव और आसपास के रहने वाले हैं। उपद्रवियों की पहचान सीसीटीवी कैमरों और मोबाइल फोन में ली गई वीडियो-तस्वीरों से की जा रही है।
एसीपी-एच आदर्श दीप सिंह ने बताया कि निकिता मर्डर केस में न्याय की मांग की आड़ में हिंसा फैलाने वाले लगभग 200 लोगों ने नेशनल हाईवे-2 को जाम किया था। दुकानों, वाहनों और पुलिस पार्टी पर पथराव किया। इससे आमजन को नुकसान पहुंचा है जबकि 10 पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं।
वहीं, सीएम मनोहर लाल खट्टर ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार भी उत्तर प्रदेश सरकार की तरह लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने पर गंभीरता से विचार कर रही है।
विधायक पर जूता फेंका
महापंचायत में फरीदाबाद एनआईटी के विधायक नीरज शर्मा पर किसी ने जूता फेंक दिया, जिसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया। भीड़ ने रोड पर पराली जलाई। कई वाहनों और हाईवे के एक ढाबे में तोड़फोड़ भी की। पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज किया। एसीपी जयवीर राठी का कहना है कि फिलहाल हालात सामान्य हैं।
बी-कॉम फाइनल ईयर की छात्रा निकिता तोमर, जिसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
ये है मामला
26 अक्टूबर को फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ में पेपर देकर लौट रही बी-कॉम थर्ड ईयर की छात्रा 21 साल निकिता की गोली मारकर हत्या की गई थी। हत्या के आरोपी नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद के चचेरे भाई तौसीफ, दोस्त रेहान और एक मददगार अजरुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया था। मामले में SIT जांच कर रही है। सरकार ने इस मामले की सुनवाई फास्टट्रैक कोर्ट में किए जाने की मंजूरी दे दी है।
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