भारत में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों की बड़ी संख्या है, जो अक्सर विभिन्न प्रकार की सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों का सामना करते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए, केंद्र सरकार ने ई-श्रम योजना की शुरुआत की। यह योजना असंगठित श्रमिकों को न केवल आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है, बल्कि उनके लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी सुनिश्चित करती है। अब सरकार इस योजना को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए ई-श्रम पोर्टल को 10 प्रमुख योजनाओं के साथ एकीकृत करने जा रही है, जिससे लाखों श्रमिकों को सीधा लाभ मिलने की संभावना है।
E-श्रम योजना का इतिहास
E-श्रम योजना का उद्घाटन 2020 में किया गया था, जिसका मुख्य उद्देश्य असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना के तहत श्रमिकों को 2 लाख रुपये तक का दुर्घटना बीमा भी दिया जाता है। इसके साथ ही, ई-श्रम कार्ड बनाने पर श्रमिकों को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ स्वतः मिल सकेगा।
E-श्रम पोर्टल का महत्व
E-श्रम पोर्टल को असंगठित श्रमिकों के लिए एक केंद्रीय डाटाबेस के रूप में विकसित किया गया है। वर्तमान में इस पोर्टल पर 30 करोड़ श्रमिक पंजीकृत हैं। इसका मुख्य उद्देश्य श्रमिकों को उनके हक का लाभ दिलाना और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ना है। अब, सरकार इसे और ‘ताकतवर’ बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं के साथ एकीकृत कर रही है।
एकीकृत योजनाएं
सरकार द्वारा E-श्रम पोर्टल से जोड़ी जाने वाली योजनाओं में शामिल हैं:
- राशन कार्ड: यह योजना गरीब परिवारों को सस्ती दरों पर खाद्य सामग्री प्रदान करती है।
- PM SVANidhi: यह योजना स्ट्रीट वेंडरों के लिए है, जो उन्हें छोटे व्यवसाय शुरू करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
- MGNREGA: महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की गारंटी दी जाती है।
- प्रधानमंत्री आवास योजना: यह योजना शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में आवास उपलब्ध कराने के लिए है।
- राष्ट्रीय करियर सेवा पोर्टल: यह पोर्टल नौकरी खोजने वालों और नियोक्ताओं के बीच एक लिंक का काम करता है।
- PM श्रम योगी मानधन: यह योजना असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को पेंशन का लाभ देती है।
- राष्ट्रीय विकलांग पेंशन: विकलांग व्यक्तियों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए।
- राष्ट्रीय विधवा पेंशन: यह योजना विधवाओं को आर्थिक सहायता देने के लिए बनाई गई है।
- PM मात्स्य पालन संपदा योजना: यह योजना मत्स्य पालन से जुड़े लोगों के लिए है, जो उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करती है।
- स्किल इंडिया डिजिटल हब: यह योजना युवाओं को कौशल विकास और रोजगार के लिए प्रशिक्षण देती है।
इन योजनाओं के ई-श्रम पोर्टल से जुड़ने से श्रमिकों को कई लाभ मिलेंगे, जिससे उनके जीवनस्तर में सुधार होगा।
E-श्रम योजना का प्रभाव
E-श्रम योजना के तहत श्रमिकों को मिलने वाले लाभों का प्रभाव उनके जीवन पर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। इस योजना के माध्यम से श्रमिकों को न केवल आर्थिक सहायता मिलती है, बल्कि सामाजिक सुरक्षा भी सुनिश्चित होती है। जब श्रमिकों का ई-श्रम कार्ड बनता है, तो वे बिना किसी अतिरिक्त प्रक्रिया के कई सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। यह उन्हें अधिक आत्मनिर्भर बनाता है और उनके जीवन को स्थिरता प्रदान करता है।
सरकार की नई पहलों
सरकार ने अब राष्ट्रीय रोजगार पोर्टल लॉन्च करने की तैयारी भी कर ली है, जो विशेष रूप से उन लोगों के लिए होगा जिन्होंने अपनी नौकरी खो दी है। यह पोर्टल उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करने के साथ-साथ छोटे व्यवसाय शुरू करने में भी मदद करेगा। इसके अलावा, सरकार संगठित क्षेत्र में रोजगार सृजन के लिए प्रोत्साहन योजनाओं की घोषणा करने की योजना बना रही है।
E-श्रम योजना असंगठित श्रमिकों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जो न केवल उन्हें आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है, बल्कि उनके जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में भी कदम बढ़ाती है। सरकार द्वारा E-श्रम पोर्टल के साथ 10 प्रमुख योजनाओं का एकीकरण एक बड़ा कदम है, जो श्रमिकों को उनके अधिकारों का सही लाभ दिलाने में सहायक होगा। इस पहल से न केवल श्रमिकों के जीवन स्तर में सुधार होगा, बल्कि देश की आर्थिक स्थिरता में भी योगदान मिलेगा।
इस प्रकार, E-श्रम योजना और इसके तहत आने वाली विभिन्न योजनाएं हमारे समाज के सबसे कमजोर वर्ग को सशक्त बनाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम हैं। यह हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है कि हम एक मजबूत और सशक्त भारत की दिशा में आगे बढ़ें।