क्या ज्यादा खाने वालों को होता है Binge Eating का डिसऑर्डर, जानिए वजह

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Binge Eating : बिंज ईटिंग एक डिसऑर्डर है जिसमें एक इंसान कम वक्त में हद से ज्यादा भोजन खाता है. भारत के मशहूर न्यूट्रिशन एक्सपर्ट निखिल वत्स (Nikhil Vats) के मुताबिक ये एक ऐसी समस्या है जिसमें आप खाने को लेकर कंट्रोल खो देते हैं. आप उस वक्त भी बहुत अधिक खाना खाने लगते हैं जब आपको भूख महसूस भी नहीं होती. आप ऐसा गिल्ट फीलिंग के साथ करते हैं. बिंज ईटिंग की परेशानी कभी कभार या बार-बार हो सकती है.

बिंज ईटिंग की वजह क्या हो सकती है?

  1. निगेटिव इमोशन
    क्रोध, अकेलापन, ऊबाउ जिंदगी, चिंता और तनाव कुछ ऐसी नकारात्मक भवनाएं हैं जिनको मैनेज करना इतना आसान नहीं है, वो हम पर एक जोर का दबाव लगते हैं जिसकी वजह से हमें नॉर्मल से ज्यादा खाना खाने की इच्छा होती है. बिंज ईटिंग करने से कई लोगो को पयवरफुल इमोशन से ब्रेक मिलता है जिसे आमतौर पर वो नियंत्रित नहीं कर पाते. इस तरह से खाने का ये व्यवहार लोगों के लिए जीवन रेखा बन जाता है ताकि वो मनोवैज्ञानिक रूप से जीवित रह सकें.

  2. इमोशन को कंट्रोल करना मुश्किल
    कई लोग जब वजन कम करने की कोशिश करते हैं तो वो खुद पर कई तरह के प्रतिबंध लगाते हैं. जैसे कुछ ऐसे फूड्स खाने की मनाही होती है जिसमें हद से ज्यादा कैलोरी होती है और इनसे वजन बढ़ने का डर बना रहता है. लेकिन कुछ लोगों को आपने देखा होगा कि वजन कम करने के कुछ ही हफ्तों के बाद वो मोटे हो जाते हैं, इसकी वजह है कि वो अपने इमोशन पर कंट्रोल नहीं रख पाते और फिर वो खुद को इसका जिम्मेदार ठहराने लगते हैं. हम देखते हैं कि कुछ लोग अक्सर खुद को ऐसे इंसान के तौर पर पेश करते हैं जो खाना बंद नहीं कर सकते, जिनके पास कोई इच्छाशक्ति नहीं है. लेकिन हममें से कोई भी, अगर हम खुद पर हर हफ्ते 5 से 10 पाउंड वजन कम करने या अपना कोई पसंदीदा भोजन न खाने जैसी सलाह हैं, तो तुरंत हार मान लेंगे और इस हालात का सामना करने में असमर्थ महसूस करेंगे.

  3. कैलोरी रिस्ट्रिक्शन
    जब मोटापा या किसी और कारण से हमें लो कैलोरी डाइट खाने की सलाह दी जाती है यानी कुछ ऐसे फूड्स नहीं खाने होते हैं जिससे वजन या ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाए, तो इसके कारण वो दिमाग पर बोझ महसूस करते हैं, इसकी वजह से नतीजे फेलियर तक पहुंच जाते हैं. यही वजह है कि जल्द बाजी में वजन घटाना एक अच्छा फैसला नहीं माना जाता. इन हालात में बिंग ईटिंग की आशंका कहीं ज्यादा बढ़ जाती है, क्योंकि आपका शरीर और दिमाग इतना ज्यादा प्रतिबंध नहीं झेल पाता. चूंकि आपका शरीर इस बात से अनजान है कि आप खुद पर प्रतिबंध लगा रहे हैं, ये आपको आने वाले कुपोषण से बचाने की कोशिश करता है और बचने के उपाय के रूप में कुछ पाउंड जमा कर लेता है. अगर आप बिंज ईटिंग के बाद डाइट को रोकने की कोशिश करते हैं तो बिंग ईटिंग की चाहत और ज्यादा बढ़ जाती है और ये साइकल चलता है.

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