Diwali , जिसे हम दीवाली के नाम से भी जानते हैं, हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जिसे हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस वर्ष, दीवाली का पर्व 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि इस पूजा से घर में धन-धान्य की बरसात होती है और आर्थिक परेशानियों से मुक्ति मिलती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दिन विशेष सामग्री जैसे घर, खिलौने, और चंडोल का भी महत्व होता है? आइए, इस लेख में हम जानेंगे कि इन चीजों को खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि आपको किसी भी प्रकार का वास्तु दोष का सामना न करना पड़े।

1. मिट्टी का घर: शुभता का प्रतीक
Diwali के दिन छोटे मिट्टी के घरों को खरीदने की परंपरा है। यह घर पूजा में शुभता और सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। लेकिन, इस मिट्टी के घर को खरीदते समय कुछ खास बातों का ध्यान रखना आवश्यक है:
- साफ-सुथरा होना चाहिए: यह सुनिश्चित करें कि घर का आकार सही हो और यह कहीं से भी टूटा न हो। एक खंडित घर अशुभ माना जाता है।
- रंग चढ़ा होना चाहिए: इस घर पर शुभता बढ़ाने के लिए रंगीन पेंट चढ़ाना आवश्यक है। इससे घर की सुंदरता बढ़ती है और यह सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
- साइज का ध्यान रखें: घर का आकार न तो बहुत बड़ा होना चाहिए और न ही बहुत छोटा। इसका आकार मध्यम होना चाहिए ताकि यह पूजा में अच्छे से स्थापित हो सके।
2. चंडोल का महत्व: चार दिशाओं का प्रतीक
चंडोल एक महत्वपूर्ण सामग्री है जिसे Diwali के दिन घर में लाया जाता है। यह चार मिट्टी की कटोरियों को आपस में जोड़कर बनाया जाता है और यह चारों दिशाओं का प्रतीक होता है। इसे सही तरीके से खरीदने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
- रंग का चयन: चंडोल का रंग लाल होना चाहिए। लाल रंग शुभता और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है।
- साफ-सुथरा होना: यह सुनिश्चित करें कि चंडोल कोई दाग-धब्बा या टूट-फूट न हो। एक साफ चंडोल आपकी पूजा में चार चांद लगा देगा।
- सही आकार: चंडोल का आकार न तो बहुत बड़ा हो और न ही बहुत छोटा। इससे पूजा में संतुलन बना रहता है।

3. खिलौनों का चुनाव: सुरक्षा और शुद्धता का ध्यान रखें
Diwali पर पूजा में शामिल करने के लिए खिलौनों का भी विशेष महत्व है। लेकिन खिलौनों का चयन करते समय कुछ बातें ध्यान में रखनी चाहिए:
- सामग्री का ध्यान: मार्केट में चीनी से बने खिलौने भी उपलब्ध होते हैं, इसलिए यह सुनिश्चित करें कि आप शुद्ध सामग्री से बने खिलौने खरीदें।
- टूटे-फूटे न हों: खरीदते समय ध्यान रखें कि खिलौने किसी भी प्रकार से टूटे न हों। टूटे खिलौने शुभ नहीं माने जाते।
- दाग-धब्बे न हों: खिलौनों पर किसी भी प्रकार के दाग-धब्बे नहीं होने चाहिए। साफ खिलौने देवी लक्ष्मी की कृपा को आकर्षित करते हैं।
4. दीवाली की पूजा में रखें ध्यान
पूजा के समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना भी आवश्यक है:
- पवित्रता का ध्यान: पूजा करते समय अपने मन और स्थान को पवित्र रखें। सभी वस्तुएं स्वच्छ होनी चाहिए।
- सही समय पर पूजा: दीवाली के दिन पूजा का समय विशेष होता है। इसे संध्या के समय करना सबसे शुभ माना जाता है।
- परिवार का सहयोग: पूजा में परिवार के सभी सदस्यों का भाग लेना आवश्यक है। इससे घर में प्रेम और सामंजस्य बढ़ता है।

5. दान का महत्व
Diwali पर दान करने का भी महत्व है। इसे पुण्य और धार्मिकता का प्रतीक माना जाता है। गरीबों को दान देने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
- दान करने का सही तरीका: पूजा के बाद गरीबों को खाना, कपड़े, या अन्य जरूरी सामान देना चाहिए।
- सामाजिक जिम्मेदारी: इस दिन दान देकर आप समाज की जिम्मेदारी भी निभा सकते हैं।
Diwali केवल एक त्योहार नहीं है, बल्कि यह हमारे जीवन में सकारात्मकता, समृद्धि और खुशियों का संचार करने का एक अवसर है। खिलौनों, चंडोल, और मिट्टी के घरों की सही तरीके से खरीदारी करके आप न केवल अपनी पूजा को सफल बना सकते हैं, बल्कि मां लक्ष्मी की कृपा को भी आकर्षित कर सकते हैं। इस दीवाली, सही तरीके से पूजा करें और दान करने का भी अवसर न छोड़ें। याद रखें, जब हम दूसरों की भलाई के लिए सोचते हैं, तभी असली खुशी मिलती है।