Delhi Airport Accident: चश्मदीद की जुबानी से Airport हादसे की कहानी

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सुबह का समय, एक सामान्य दिन

एक सामान्य सुबह का समय था। घड़ी में 5:30 बज रहे थे। आसमान में बादल छाए हुए थे और मौसम थोड़ा खराब लग रहा था। एयरपोर्ट पर लोग अपनी-अपनी दिनचर्या में व्यस्त थे। कुछ लोग अपनी उड़ानों का इंतजार कर रहे थे तो कुछ अपनी मंजिल पर पहुंचने की तैयारी कर रहे थे।

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बिजली की कड़क और अचानक का हादसा

तभी अचानक, बिजली की जोरदार कड़क सुनाई दी। एक चश्मदीद ने बताया, “ऐसा लगा जैसे बादल फटा हो। तेज़ आवाज़ के साथ बिजली कड़की और पूरा माहौल जैसे हिल गया हो।” इस अप्रत्याशित घटना ने हर किसी को चौंका दिया।

छत का गिरना और मलबे के नीचे दबी गाड़ियां

चश्मदीद ने आगे बताया, “जब मैंने बाहर देखा तो एयरपोर्ट की छत गिरी हुई थी। छत के गिरते ही चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई। छत के नीचे 8-10 गाड़ियां दबी हुई दिखाई दीं। लोगों में हड़कंप मच गया। किसी ने सोचा भी नहीं था कि ऐसा कुछ होगा।”

बचाव कार्य शुरू

घटना के तुरंत बाद, एयरपोर्ट प्रशासन और सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंचे। बचाव कार्य तेजी से शुरू किया गया। दमकल कर्मियों और मेडिकल टीमों ने मिलकर राहत कार्यों में जुट गए। सबसे पहले मलबे के नीचे दबे लोगों और गाड़ियों को बाहर निकालने का प्रयास किया गया।

चश्मदीद की प्रतिक्रिया

चश्मदीद ने बताया, “मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि ये सब कुछ मेरी आँखों के सामने हो रहा है। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि ऐसा कुछ भी होगा। सभी लोग दहशत में थे और एक-दूसरे की मदद करने की कोशिश कर रहे थे।”

प्रशासन की प्रतिक्रिया

Airport प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से हादसे की जांच के आदेश दिए। प्राथमिक जांच में यह पता चला कि मौसम की खराबी और बिजली की कड़क से छत कमजोर हो गई थी और गिर गई। प्रशासन ने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।

पीड़ितों की सहायता

हादसे के बाद, पीड़ितों के लिए मेडिकल सहायता और मनोवैज्ञानिक सहायता की व्यवस्था की गई। जो लोग घायल हुए थे, उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। प्रशासन ने पीड़ितों के परिवारों के साथ भी संपर्क साधा और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

इस हादसे के बाद, एयरपोर्ट प्रशासन ने छत और अन्य संरचनाओं की सुरक्षा की जांच करने के लिए एक विशेष टीम गठित की है। यह टीम यह सुनिश्चित करेगी कि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो। इसके साथ ही, प्रशासन ने मौसम की जानकारी के लिए आधुनिक उपकरणों का उपयोग करने का भी निर्णय लिया है ताकि किसी भी संभावित खतरे का समय रहते पता लगाया जा सके।

लोगों की प्रतिक्रिया

लोगों ने इस हादसे पर दुख और चिंता व्यक्त की है। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए। कुछ लोगों ने प्रशासन की तत्परता की प्रशंसा की तो कुछ ने सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की मांग की।

यह हादसा एक चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है कि प्राकृतिक आपदाओं के खिलाफ हमें हमेशा तैयार रहना चाहिए। सुरक्षा और सतर्कता हमेशा सर्वोपरि होनी चाहिए। उम्मीद है कि इस घटना से सबक लेकर भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के उपाय किए जाएंगे।

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