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3 मिनट पहले
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- एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी
- चालीस हजार रुपए लेते बीकानेर एसीबी ने किया गिरफ्तार
- वसूली वारंट के लिए मांगी जा रही थी रिश्वत
बीकानेर। चूरू के पारिवारिक न्यायालय में न्याय की फरियाद लेकर चक्कर काट रही एक महिला से वसूली वारंट जारी करवाने के लिए एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी गई। इस आशय की शिकायत मिलने पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की बीकानेर टीम ने रिश्वत लेने के आरोप में न्यायालय के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया। उसके शर्ट की जेब से रिश्वत में दिए गए चालीस हजार रुपए भी बरामद हो गए। बीकानेर ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रजनीश पूनिया ने बताया कि उप अधीक्षक शिवरतन गोदारा को इस कार्रवाई की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने एक लाख रुपए की मांग रखी थी, जिस पर चालीस हजार रुपए गुरुवार को देने की बात तय हुई। इस आशय की शिकायत २७ अक्टूबर को परिवादी सोनिया तेतरवाल ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से कर दी। ब्यूरो ने बीकानेर को इसकी जिम्मेदारी सौंपी। सरदारशहर की रहने वाली सोनिया के माध्यम से जैसे ही चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भगवती प्रसाद ने चालीस हजार रुपए लेकर अपने शर्ट की जेब में डाले वैसे ही वहां निगरानी कर रहे उप अधीक्षक शिवरतन अग्रवाल पहुंच गए। मौके पर ही उसके कब्जे से रिश्वत में दिए गए चालीस हजार रुपए भी जब्त कर लिए गए। आरोपी सीकर के रामगढ शेखावाटी का रहने वाला है। उसके घर की भी तलाशी ली जा रही है। इस कार्रवाई में उप अधीक्षक शिवरतन गोदारा के साथ बीकानेर के हैड कांस्टेबल बजरंग सिंह, राजेश कुमार, कांस्टेबल गिरधारी दान, अनिल कुमार व महिला कांस्टेबल हजारा पठान भी शामिल थे।
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