दीपावली का त्योहार भारत में धूमधाम से मनाया जाता है, और इस पर्व से पहले की रात, जिसे छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी के नाम से जाना जाता है, का विशेष महत्व है। यह पर्व कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है और इस दिन भगवान शिव, भगवान कृष्ण, माता काली और भक्त हनुमान की पूजा की जाती है। यमराज की पूजा भी इस दिन विशेष रूप से की जाती है, जिससे भक्तों को पापों से मुक्ति और अकाल मृत्यु से रक्षा का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
इस लेख में, हम जानेंगे कि नरक चतुर्दशी के दिन कौन से चार महत्वपूर्ण कार्य करने चाहिए और किन चार कार्यों से बचना चाहिए।
नरक चतुर्दशी के दिन क्या करें?
1. सूर्योदय से पूर्व स्नान और मालिश
नरक चतुर्दशी के दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर शरीर की सरसों के तेल से मालिश करें और फिर ठंडे पानी से स्नान करें। ऐसा करने से न केवल आपके शरीर को ताजगी मिलती है, बल्कि इससे माता लक्ष्मी का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। यह प्रथा प्राचीन समय से चली आ रही है और इसे शुभ माना जाता है।
2. घर की सफाई और माता काली की पूजा
इस दिन घर की अच्छी तरह सफाई करना आवश्यक है, खासकर पूजा घर की। साफ-सफाई से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसके साथ ही, माता काली की पूजा करें। मान्यता है कि माता काली की कृपा से सभी प्रकार के भय और नकारात्मकता दूर होती है।
3. 14 दीपक जलाएं
इस दिन 14 दीपक जलाने की परंपरा है। ये दीपक घर के विभिन्न स्थानों पर रखें। दीप जलाना एक शुभ कार्य है, जो आपके घर में सुख-समृद्धि और शांति लाता है। इसके साथ ही, भगवान कृष्ण की पूजा भी करें। उनकी पूजा से आपको शुभ फल की प्राप्ति होती है।
4. यमराज के लिए दीपक जलाना
नरक चतुर्दशी के दिन यमराज के लिए दीपक जलाना न भूलें। यह परंपरा इस दिन का सबसे महत्वपूर्ण कार्य है। यमराज के नाम का दीपक जलाने से न केवल अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है, बल्कि यह व्यक्ति को पापों से भी मुक्त करता है।
नरक चतुर्दशी के दिन क्या न करें?
1. तामसिक भोजन का सेवन
इस दिन तामसिक भोजन जैसे मांस और मदिरा का सेवन करना चाहिए। यह न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से गलत है, बल्कि इससे नकारात्मकता भी उत्पन्न होती है।
2. बाल या नाखून काटना
नरक चतुर्दशी के दिन बाल या नाखून काटने से बचना चाहिए। ऐसा करने से घर में नकारात्मकता आती है और कलह-क्लेश की स्थिति बन सकती है। यह मान्यता है कि इस दिन ऐसी गतिविधियों से आपके घर की शांति भंग होती है।
3. दक्षिण दिशा को गंदा करना
इस दिन घर की दक्षिण दिशा को गंदा नहीं करना चाहिए। दक्षिण दिशा को यमराज की दिशा माना जाता है और इसे साफ-सुथरा रखना आवश्यक है। यमराज की पूजा करते समय विशेष ध्यान रखें कि आप इस दिशा को साफ रखें।
4. घर में सोना और दान न करना
इस दिन घर में सोना और किसी को दान करना भी अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से माता लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं, जिससे आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए इस दिन अपने घर में जागरूक रहें और सोने से बचें।
नरक चतुर्दशी, या छोटी दिवाली, विशेष रूप से भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस दिन किए गए कार्य आपके जीवन में सकारात्मकता और सुख-समृद्धि लाने का काम करते हैं। चार विशेष कार्यों को करना और चार कार्यों से बचना न केवल आपको धार्मिक दृष्टिकोण से बेहतर बनाएगा, बल्कि आपके जीवन में स्थायी सकारात्मकता भी लाएगा।
इस दिवाली, अपनी आस्था और विश्वास के साथ नरक चतुर्दशी का पर्व मनाएं। माता लक्ष्मी और यमराज का आशीर्वाद आपके जीवन को धन और खुशियों से भर दे।